कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत भारत का लिया संकल्प
आजमगढ़ बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार अभियान के तहत 22 मार्च तक पोषण पखवारा मनाया जाएगा। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने रविवार को कलेक्ट्रेट परिसर में शुभारंभ किया। साथ ही पोषण रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान आज मैं भारत के बच्चों किशोरों और महिलाओं को कुपोषण मुक्त स्वस्थ और मजबूत करने का बचन देता हूं.. का संकल्प दिलाया गया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बाल विकास एवं पुष्टाहार अभियान के तहत 22 मार्च तक मनाए जाने वाले पोषण पखवारा का रविवार को डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर से शुभारंभ किया और पोषण रैली को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस दौरान 'आज मैं भारत के बच्चों, किशोरों और महिलाओं को कुपोषण मुक्त, स्वस्थ और मजबूत करने का वचन देता हूं, का संकल्प दिलाया गया।
उन्होंने कहा कि पोषण पखवारा 'पुरुष सहभागिता' थीम पर आधारित है। जिला, ब्लाक व ग्राम स्तर पर शुरुआत की जा रही है। इसमें छह मुख्य कार्य गतिविधियों का फोकस, वंचित परिवारों तक पहुंच बनाना, गृह भ्रमण को पखवारे का आधार बनाना, ऊपरी आहार, घर के वरिष्ठ पुरुष सदस्य एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा परामर्श देना होगा। कहा कि जब मां सशक्त होगी, तभी एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण हो सकता है। मां के गर्भ से ही राष्ट्र का शिल्प होता है।
उन्होंने बताया कि कंवर्जेंस विभाग के अभियान में स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, उद्यान एवं युवा कल्याण विभाग शामिल हैं। ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में पोषण चौपाल के माध्यम से स्वच्छता पोषण पर चर्चा की जाएगी। सीडीओ आनंद कुमार शुक्ला, डीआइओएस डा. वीके शर्मा, डीसी एनआरएलएम बीके मोहन, डीपीओ मनोज कुमार मौर्या, जिला युवा कल्याण अधिकारी राजनेति सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार यादव, डिप्टी सीएमओ डा. वाईके राय, आरसेटी के निदेशक रामनंद मिश्रा थे।
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सेल्फी प्वाइंट पर आंगनबाड़ी
कार्यकर्ताओं ने किया जागरूक
पोषण पखवारा के अंतर्गत कार्यक्रम स्थल पर सेल्फी प्वाइंट बनाया गया जहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लोगों को जागरूक किया। इसमें सैम व मैम बच्चों का चिह्नीकरण, किशोरियों में एनीमिया की पहचान, जन्म से छह वर्ष आयु के बच्चों एवं नवजात शिशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण, स्वच्छता एवं पोषण पर परामर्श, दो वर्ष तक के बच्चों का गृह भ्रमण, समस्त गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का गृह भ्रमण, प्रत्येक गांवों में रेसिपी प्रदर्शन, पोषण रैली, पोषण चौपाल, पोषण वाटिका, युवाओं की गोष्ठी की जानकारी दी।