जाम के झाम में दिन भर जूझता रहा शहर
आजमगढ़ : ट्रैफिक पुलिस व शहर कोतवाली पुलिस की नो एंट्री व्यवस्था ध्वस्त नजर आ रही है। रोजाना शहर जाम के झाम से जूझ रहा है। पर पुलिस प्रशासन कुंभ कर्णी निद्रा में लीन है। दीपावली की खरीदारी के लिए जब लोग बाजारों में निकले तो शहर ठहर सा गया। हर जगह जाम लग गया। पैदल राहगीर भी रेंगते नजर आए। वहीं चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी तमाशबीन नजर आई।
आजमगढ़ : धनतेरस को लेकर पूरे दिन चौक क्षेत्र से जाने वाले लोग जाम से जूझते रहे। इसकी वजह से शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए लोगों को घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ा। यातायात पुलिस व शहर कोतवाली पुलिस की नो-एंट्री व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त नजर आई। पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनकर बना रहा।
दीपावली की खरीदारी के लिए दस बजे के बाद जब लोग बाजारों में निकले तो शहर ठहर सा गया। हर जगह जाम लग गया। पैदल राहगीर भी रेंगते नजर आए। चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मी तमाशबीन नजर आई। वैसे तो बड़ादेव से लेकर हर्रा की चुंगी तक आए दिन जाम लगता है। काम पर जाने वाले लोग जाम की वजह से अपने काम पर घंटों देर से पहुंचे। धनतेरस के चलते बाजार गुलजार रहा। दोपहर बाद लोग खरीदारी के लिए बाजार में पहुंचे तो अचानक भीड़ बढ़ गई। मुख्य चौक पर दोपहर से जाम लगा तो फिर पूरा शहर जाम होता चला गया। मातबरगंज, कोलघाट मार्ग, कालीनगंज मार्ग, कोट व तकिया आदि क्षेत्रों में तो पैदल चलना भी मुश्किल था। चार पहिया वाहन घुसे : त्योहार के मद्देनजर भले ही पुलिस-प्रशासन ने नो-एंट्री व्यवस्था लागू की है, लेकिन तमाम चार पहिया वाहन शहर में घूमते रहे। यह वाहन सड़कों के किनारे खड़े कर दिए गए। इसकी वजह से जाम लग गया। लोग घंटों जाम से जूझते हुए पुलिस प्रशासन को कोसते नजर आए। पुलिस बनी तमाशबीन : नो एंट्री के लिए बड़ादेव व मातबरगंज, मुख्य चौक व तकिया पर तैनात किए गए पुलिसकर्मी ड्यूटी करते अवश्य दिखे, लेकिन भीड़ का दबाव बढ़ले पर वे भी तमाशबीन बने नजर आए। फिर तो जिसको जहां मिला वाहन मोड़ दिया और रास्ता जाम कर दिया। इसे लेकर लोग मशक्कत करते नजर आए।