मलिन बस्ती के लोग पीएम आवास से वंचित
(आजमगढ़) : एक तरफ शौचालय निर्माण व प्रधानमंत्री आवास को पूर्ण कराने के लिए अधिकारियों द्वारा प्रधान व सचिव को दिशा-निर्देश दिया जा रहा है वहीं कुछ ग्राम पंचायत ऐसे जहां न तो शौचालय निर्माण पूरा हुआ है और न ही लाभार्थियों को आवास ही उपलब्ध हुआ। सरकार मलिन बस्ती को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए सबका घर पक्की ईंट का बनवाना चाह रही है।
आजमगढ़ : एक तरफ शौचालय निर्माण व प्रधानमंत्री आवास को पूर्ण कराने के लिए अधिकारियों द्वारा प्रधान व सचिव को दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं, वहीं कुछ ग्राम पंचायत ऐसे भी हैं जहां न तो शौचालय का निर्माण पूरा हुआ है और न ही लाभार्थियों को आवास ही उपलब्ध हुए। सरकार मलिन बस्ती को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए सबका घर पक्की ईट का बनवाना चाह रही है। उसी मलिन बस्ती के रूप में सुदनीपुर वनवासी बस्ती का चयन हुआ है। संतलाल पुत्र बखेड़ू की छह संतान हैं। एक लड़की पांच लड़के हैं और सभी अलग-अलग रहते हैं। ये सभी मेहनत व मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। गांव ब्लाक से सटा और तहसील मुख्यालय के पीछे है। इसके बाद भी अधिकारी स्थलीय सत्यापन नहीं कर पाते हैं और लाभार्थी योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। इसी का नतीजा है सुदनीपुर वनवासी बस्ती के उमेश पुत्र संतलाल आज भी मड़ई में जीवनयापन करने को मजबूर है। यही हाल पीएम आवास का भी है। आज हर गरीब व असहाय को आवास की सुविधा दी जा रही है और सरकार एलान भी कर चुकी है कि इसमें एक भी पैसा लाभार्थी न दें। लाभार्थी भयभीत हो जाते हैं कि पैसे न देने पर कहीं सूची से नाम न कट जाए। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सलीम अंसारी ने बताया कि गाड़ी आ गई है। अब स्थलीय निरीक्षण करूंगा। अगर उमेश पात्र है तो आवास उसे अवश्य मिलेगा।