एक आरोपित को गिरफ्तार कर लगा दी फाइनल रिपोर्ट
अहरौला थाना क्षेत्र के पश्चिमपट्टी गांव में हुए कन्हैया हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपित नौ माह बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। वहीं इस हत्याकांड में शामिल एक मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी कर पुलिस ने अपने कर्त्यव्यों की इतिश्री कर ली।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अहरौला थाना क्षेत्र के पश्चिमपट्टी गांव में हुए कन्हैया हत्याकांड में शामिल दो अन्य आरोपित नौ माह बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। वहीं इस हत्याकांड में शामिल एक मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी कर पुलिस ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। यही नहीं विवेचना अधिकारी ने एक आरोपित की ही गिरफ्तारी दिखाकर मुकदमे की फाइनल रिपोर्ट लगाकर न्यायालय में प्रेषित कर दिया। विवेचना अधिकारी की लापरवाही से हत्याकांड में शामिल दो आरोपित मुकदमे से बाहर हो गए हैं। पुलिस पकड़ से फरार चल रहे दोनों आरोपित पीड़ित परिवार को ही अब जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि हत्यारोपितों से सांठ गांठ के चलते उन्हें पुलिस बचा रही है। इसकी वजह से उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है।
पश्चिमपट्टी गांव निवासी कन्हैया मौर्य 17 अप्रैल 2018 की रात लगभग नौ बजे ट्यूबवेल पर सोने चले गए थे। 18 अप्रैल को सुबह छह बजे परिवार के लोग ट्यूबवेल पर गए तो वह खून से लथपथ कराह रहे थे। कन्हैया ने परिजनों को बताया कि गांव के कमलेश निषाद अपने साथियों के साथ मुझे मारा है। गंभीर हाल में उन्हें उपचार के लिए वाराणसी में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसी दिन शाम पांच बजे उनकी मृत्यु हो गई। इस मामले में अहरौला थाने में एक व्यक्ति के खिलाफ नामजद व दो अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या की धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित कमलेश निषाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में विवेचना में गांव के ही चंदन राय व अवधेश राय का नाम प्रकाश में आया। इनकी गिरफ्तारी के लिए मृतक के पुत्र दिनेश मौर्य ने आला अफसरों के यहां गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच मुकदमे में पैरवी न करने की बात कहकर मृत कन्हैया के परिजनों को दोनों आरोपित धमकाने लगे। आरोपितों ने कहा कि पूरे परिवार को खत्म कर दिया जाएगा। मृतक के पुत्र एसपी से मिलकर गुहार लगाई। एसपी ने इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। एसपी के निर्देश पर अहरौला थाने की पुलिस ने दोनों आरोपितों को बचाने के इरादे से उनके खिलाफ धारा 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर दिया। यही नहीं विवेचना के दौरान इन दोनों आरोपितों का नाम विवेचना अधिकारी सुनील चंद तिवारी ने निकाल दिया। इसकी वजह से पीड़ित का परिवार पूरी तरह दहशत में है। विवेचना अधिकारी सुनील चंद तिवारी का कहना है कि दोनों आरोपितों पर आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। इसकी वजह से नाम बाहर किया गया है, जबकि पीड़ित का कहना है कि आरोपितों के भय की वजह से कोई कुछ नहीं बोल रहा है। पूरे क्षेत्र के लोग इनसे सहमे हुए हैं। हत्या के मुकदमे की जांच विवेचना सब इंस्पेक्टर सुनील चंद तिवारी कर रहे हैं। इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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दोनों आरोपितों के विरुद्ध धारा 506 का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
अयोध्या तिवारी, एसओ, अहरौला।