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अब आभूषण का 'नगीना' बनी ब्लैक पाटरी

आजमगढ़ परंपरागत कारोबार से वर्तमान में काफी ऊंचाई तक पहुंच चुकी निजामाबाद की विश्व प्रसिद्ध ब्लैक किसी परिचय का मोहताज नहीं है। हस्तशिल्पियों के उत्पाद गुलदस्ता, कलमदान, देवी-देवताओं की मूर्ति के रूप में अब तक डाय¨नग हाल की शोभा बढ़ा रही हैं। लेकिन अब ब्लैक पॉटरी आभूषण का नगीना बन कर एक अलग रूप में ख्याति प्राप्त कर रही है। यह संभव सका है आजमगढ़ नगर के रैदोपुर निवासी काफ्ट डिजाइनर पारुल अग्रवाल के प्रयास से। वह दिन दूर नहीं जब ब्लैक पॉटरी जिले ही नहीं देश-विदेश की महिलाओं के गले व कान की शोभा बढ़ाएंगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 08:16 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 08:16 AM (IST)
अब आभूषण का 'नगीना' बनी ब्लैक पाटरी
अब आभूषण का 'नगीना' बनी ब्लैक पाटरी

अनिल मिश्र, आजमगढ़

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नित नए फलक को स्पर्श कर रही निजामाबाद की विश्व प्रसिद्ध ब्लैक पाटरी अब किसी परिचय का मोहताज नहीं है। हस्तशिल्पियों के उत्पाद गुलदस्ता, कलमदान, देवी-देवताओं की मूर्ति अब तक डाय¨नग हाल की शोभा बढ़ा रही थी, लेकिन अब ब्लैक पॉटरी आभूषण का नगीना बन कर एक अलग रूप में ख्याति प्राप्त करने को बेताब है। यह संभव हो सका है आजमगढ़ नगर के रैदोपुर निवासी क्राफ्ट डिजाइनर पारुल अग्रवाल के प्रयास से। वह दिन दूर नहीं जब ब्लैक पॉटरी जिले ही नहीं देश-विदेश की महिलाओं के गले व कान की शोभा बढ़ाएगी।

भारतीय शिल्प संस्थान (आइआइसीडी) जयपुर से क्राफ्ट डिजाइ¨नग में डिप्लोमा करने वाली पारुल अग्रवाल ब्लैक पॉटरी उत्पाद को एक अलग रूप में पहचान दिलाने के लिए छह माह तक क्राफ्ट ज्वैलरी की डिजाइ¨नग की। संस्था के माध्यम से इंडिया स्टोरी कोलकाता में दिसंबर 2018 को आयोजित क्राफ्ट मेले में प्रतिभाग करने का सुनहरा अवसर मिला जहां इन्होंने महिलाओं के हाथ के ¨रग, कान की बाली व गले के हार में ब्लैक पॉटरी उत्पाद को कैसे पिरोया जा सकता है, इसको दर्शाया। प्रोत्साहन मिलने के बाद 'काबिश' (तरल काली मिट्टी) नाम से ज्वेलरी की ब्रांड लांच किया। एक अलग तरह की डिजाइन वाले आभूषण की पहचान बनते देर नहीं लगी। नतीजा 31 जनवरी को जीओ गार्डन मुंबई में आयोजित लक्मे फैशन वीक में चयन कर लिया गया, जहां रैंप पर एक से एक एक लगभग 25 मशहूर मॉडलों ने आभूषणों को पहन कर रैंप पर कैटवॉक किया। मॉडल सपना भवानी व शो-स्टॉपर कबीर चौधरी ने काफी तारीफ की। ऐसे आभूषणों में सजती है ब्लैक पॉटरी

जयपुर के ज्वेलरी बाजार में आभूषण के शिल्पकार (कारीगर) पारुल अग्रवाल द्वारा डिजाइ¨नग के साथ ब्लैक पॉटरी के छोटे से छोटे उत्पाद को महिलाओं के हार व ¨रग सहित अन्य आभूषणों में लगाती हैं। दिल्ली के निमई ज्वेलरी मार्केट में इसकी अधिक मांग हैं, जहां से देश के विभिन्न प्रांतों के अलावा विदेशों के खरीदार आते हैं। इन हस्तशिल्पियों का विशेष सहयोग

पुश्तैनी कारोबार से जुड़े निजामाबाद के हुसैनाबाद निवासी एवं राज्य दक्षता व राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित शिवरतन प्रजापति, महेंद्र प्रजापति एवं रामजतन प्रजापति आभूषणों में लगाने के लिए ब्लैक पॉटरी के छोटे उत्पाद को बनाते हैं। ''अपने जनपद के विश्व प्रसिद्ध ब्लैक पॉटरी उत्पाद को एक अलग मार्केट उपलब्ध कराने के लिए इस दिशा में कार्य शुरू किया। आइआइसीडी संस्था ने उत्साहित किया तो कोलकाता के इंडिया स्टोरी में आयोजित क्राफ्ट मेला और फिर मुंबई में आयोजित लक्मे फैशन वीक में शामिल होने के बाद उत्साह काफी बढ़ा है। आभूषणों के माध्यम से ब्लैक पॉटरी उत्पाद को विशेष बाजार व पहचान दिलाने के लिए प्रयास जारी रहेगा।

-पारुल अग्रवाल, क्राफ्ट डिजाइनर, आजमगढ़।


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