दो मंजिला भवन ही नहीं, 60 फीट के पेड़ का पत्ता तक नहीं बचा
आजमगढ़ पटाखे की दुकान में लगी आग के धमाके व निकली लौ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। दो मंजिला भवन की छत का ऊपरी हिस्सा जहां जमींदोज हो गया है। वहीं भवन में व उसके आसपास रखे लगभग चार वाहन का सिर्फ सांचा ही बचा है। विस्फोट के दौरान गैस सिलेंडर के फटने की बात भी कही जा रही है। यह भी चर्चा है कि वेल्डिग गैस सिलेंडर फटने से यह घटना हुई है। कुछ लोग वेल्डिग के दौरान निकली चिगारी को घटना का कारण बता रहे हैं। चिगारी से पटाखा गोदाम में रखे बारूद तक पहुंच गई। बहरहाल घटना को लेकर कई तरह की अटकले लगायी जा रही हैं। अब यह सब जांच का विषय है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पटाखे की दुकान में लगी आग से निकली लपटें व धमाके का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। दो मंजिला भवन की छत का ऊपरी हिस्सा जहां जमींदोज हो गया है। वहीं भवन व उसके आसपास रखे लगभग चार वाहन का सिर्फ ढांचा ही बचा है। विस्फोट के दौरान गैस सिलेंडर के फटने की बात भी कही जा रही है। यह भी चर्चा है कि वेल्डिग गैस सिलेंडर फटने से यह घटना हुई है। कुछ लोग वेल्डिग के दौरान निकली चिगारी को घटना का कारण बता रहे हैं। चिगारी पटाखा गोदाम में रखे बारूद तक पहुंच गई। बहरहाल, घटना को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। बहरहाल, यह सब जांच का विषय है। खुशियां रंगीन करने वालों की जिदगी हो गई बदरंग
मुकेरीगंज में पटाखा की दुकान में आग की घटना से सभी मर्माहत हैं। इस कारोबार से जुड़े लोगों का सबकुछ नष्ट हो चुका है, लेकिन इससे भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि आजमगढ़ जिले में बहुतायत शादी-विवाह समारोह में इन्हीं दुकानों के बने पटाखे खुशियों को रंगीन बनाते रहे हैं। ये कारोबार पूरे साल चलता है। अनगिनत रंगीन आतिशबाजी के लिए यहां की दुकान प्रसिद्ध रही है। बकायदा एक के नाम लाइसेंस भी है। यह अलग बात है कि इसकी आड़ में कई कारोबारियों ने पांव पसार लिये। मूकदर्शक बनी पुलिस सबकुछ देखकर भी अन्जान बनी रही। घटना के बाद सबकुछ सामने है।