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पर्याप्त कक्ष न सीसी कैमरा, बन गए परीक्षा केंद्र

आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में शुरुआती दौर में अनियमितताओं का दौर शुरू हो गया है। कई ऐसे स्कूल परीक्षा केंद्र बना दिए गए हैं जिनके पास बैठने की जगह नहीं है, सीसी टीवी वायसयुक्त कैमरे भी नहीं लगे हैं। इसके बावजूद इस तरह के विद्यालय प्रबंधक परीक्षा केंद्र बनवाने में कामयाब रहे। यह केंद्र जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीके शर्मा के निर्देशन में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर ऑनलाइन बनाए गए हैं। अब अंतिम तारीख 14 नवंबर तक कुल 1

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 08:35 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 08:35 PM (IST)
पर्याप्त कक्ष न सीसी कैमरा, बन गए परीक्षा केंद्र
पर्याप्त कक्ष न सीसी कैमरा, बन गए परीक्षा केंद्र

आजमगढ़ : उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित होने वाली हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन कराने को लेकर शासन गंभीर है। तमाम सख्ती के बाद भी परीक्षा केंद्र बनाने में हद स्तर की लापरवाही बरती गई है। बीस साल से परीक्षा केंद्र बनने वाले स्कूलों को सूची से बाहर कर दिया गया है तो वहीं ऐसे स्कूलों को सूची में शामिल कर लिया गया है जहां 400 बच्चों के बैठने की व्यवस्था नहीं है वहां 800 से अधिक छात्रों को बैठने की बात रिपोर्ट में दर्ज कर दी गई है। इतना ही नहीं सीसी कैमरा समेत अन्य संसाधन न होने पर भी केंद्र बना दिया गया। कुछ विद्यालय प्रबंधकों का यह आरोप है। इन लोगों ने इस बाबत आपत्ति भी दाखिल करने की बात कही। हालांकि अभी जनपदस्तरीय बैठक में इसे मंजूरी नहीं मिली है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाले बैठक में इन सभी ¨बदुओं पर चर्चा होनी तय है। इसके बाद मंडलीय स्तर पर मुहर लगने के बाद ही परीक्षा केंद्र तय होंगे।

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मजे की बात यह है कि यह सभी केंद्र जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीके शर्मा के निर्देशन में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर ऑनलाइन बनाए गए हैं। हालांकि अंतिम तारीख 14 नवंबर तक कुल 182 आपत्तियां दाखिल हो चुकी हैं। इसे लेकर विभाग पशोपेश में है। दूसरी तरफ आपत्तियों को लेकर भी यह भी चर्चा है कि कुछ विद्यालय परीक्षा केंद्र के लिए तैयार नहीं है। वह अभी इसकी तैयारी में नहीं हैं। आखिरकार जब मानक के अनुरुप परीक्षा केंद्र नहीं थे तो इनकी रिपोर्ट ही क्यों भेजी गई। बहरहाल, यह तो आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही तय हो सकेगा।

बोर्ड परीक्षा के कुल 292 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसके लिए आपत्तियां दाखिल करने की तिथि 14 नवंबर निर्धारित की गई थी। पिछले वर्ष जनपद में कुल 314 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें कुल दो लाख 62 हजार 728 परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। हाईस्कूल के एक लाख 49 हजार 166 परीक्षार्थी तथा इंटरमीडिएट के एक लाख 13 हजार 562 परीक्षार्थी शामिल थे। इस बार 22 परीक्षा केंद्र कम करते हुए कुल 292 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें हाईस्कूल के एक लाख 16 हजार 907 तथा इंटरमीडिएट के एक लाख तीन हजार 334 परीक्षार्थी शामिल थे। इस साल छात्रों की संख्या जहां कम हुई है वहीं 22 परीक्षा केंद्र भी कम हुए हैं। ''सभी परीक्षा केंद्र ऑनलाइन बनाए गए हैं। डीएम के नेतृत्व में गठित टीम के जांच पड़ताल के बाद रिपोर्ट भेजी गई थी। आपत्तियां दाखिल होने के बाद तमाम वित्तविहीन विद्यालयों ने परीक्षा केंद्र न बनाने का आग्रह किया है। ऐसे में डीएम के नेतृत्व में गठित कमेटी निर्णय लेकर फिर से परीक्षा केंद्र का आवंटन करेंगी। इसमें परीक्षा केंद्र बढ़ भी सकते हैं और घट भी सकते हैं।''

-डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक।


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