दवाओं की अनुपलब्धता पर कलेक्टर सख्त, बैठाई जांच
आजमगढ़ मंडलीय व जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र पर आवश्यक दवाओं की अनुपलब्धता और चिकित्सकों द्वारा बाहर से दवा लिखे जाने डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने एडीएम एफआर और सीएमओ के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम गठित की है। जबकि बाहर से दवा लिखे जाने की शिकायत पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक के भी पेच कसा है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडलीय जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र पर आवश्यक दवाओं की अनुपलब्धता और चिकित्सकों द्वारा बाहर से दवा लिखे जाने के कई मामले सामने आने पर डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह ने सख्ती दिखाई है। उन्होंने एडीएम एफआर और सीएमओ के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम गठित की है। गहराई से जांच हुई कई चेहरे बेनकाब होंगे।
मंडलीय अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र पर आवश्यक दवाओं की कमी और डाक्टरों द्वारा बाहर से दवा लिखे जाने की शिकायतें आए दिन मिलती रहती हैं। मरीजों व उनके परिजनों का आरोप था कि जन औषधि केंद्र पर आवश्यक दवाएं न मिलने के कारण, उन्हें बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं। ओपीडी और वार्ड में चेकअप के दौरान भी चिकित्सक बाहर से दवा लाने के लिए पर्ची लिखते हैं। एडीएम एफआर गुरु प्रसाद गुप्ता और सीएमओ डा. एके मिश्रा के नेतृत्व वाली जांच कमेटी पांच दिन में रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी। सीएमओ से दवाओं की उपलब्धता के संबंध में जानकारी मांगी है। जिससे असलियत सामने आने पर फौरी इंतजाम किए जा सकें। डीएम ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया है कि वे चिकित्सकों के साथ बैठक करें। उन्हें निर्देशित करें कि बाहर से दवा लाने के लिए पर्ची न लिखी जाए। इसके बावजूद शिकायत मिली तो संबंधित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति भेजी जाएगी।