जिला मंडलीय अस्पताल में नौ कोरोना संदिग्ध मरीज भर्ती
जिला मंडलीय अस्पताल में नौ कोरोना संदिग्ध मरीज भर्ती
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने शुक्रवार को अपने कार्यालय सभागार में कोविड-19 को देखते हुए जिलों में स्थापित स्पेशलिटी क्वारंटाइन सेंटर की स्थिति, एल-वन, एल-टू अस्पतालों की स्थापना, एल-थ्री में भर्ती कुल मरीजों की स्थिति आदि बिदुओं की समीक्षा की। इस दौरान पाया गया कि आजमगढ़ के जिला चिकित्सालय में कोरोना संदिग्ध के रूप में सात ऐसे मरीज भर्ती है जिन्हें कोई अन्य गंभीर बीमारी नहीं है। लगभग यही स्थिति मऊ एवं बलिया में भी है। उन्होंने तीनों जिलों के सीएमएस को निर्देशित किया कि तत्काल उन मरीजों को स्पेशलिटी क्वारंटाइन सेंटरों में शिफ्ट कर दिया जाए। कार्रवाई से शाम तक अवगत भी कराएं। सभी सीएमओ को निर्देश दिए कि अपने जनपद में स्थापित स्पेशलिटी क्वारंटाइन सेंटर और उसमें क्वारंटाइन किए गए संदिग्धों की संख्या, उपलब्ध सुविधाओं आदि का पूर्ण विवरण तत्काल उपलब्ध कराए।
राजकीय मेडिकल कोलज चक्रपानपुर के प्रधानाचार्य डा. आरपी शर्मा ने अवगत कराया गया कि वर्तमान में मेडिकल कालेज में कोविड-19 के कुल 64 मरीज भर्ती हैं। जिसमें आजमगढ़ के 60, मऊ के एक एवं बलिया के तीन मरीज हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में एल-वन अस्पताल जो सक्रिय हो रहे हैं। उसमें आजमगढ़ के अधिकांश मरीजों को शिफ्ट किया जाएगा। तीनों जनपद के सीएमओ को निर्देशित किया कि जिन डाक्टर एवं स्टाफ को राजकीय मेडिकल कालेज से संबद्ध किया गया है। उन्हें तत्काल अवमुक्त करते हुए शाम तक अवगत कराएं। बैठक में अधीक्षण अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण अनुपस्थित रहे। इस पर उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है। उन्होंने कहा कि मंडल के तीनों जिलों के जिला अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को छोड़कर पूर्व की भांति सभी प्रकार का इलाज जारी है। कोई कोरोना पाजीटिव या संदिग्ध मरीज नहीं रखा जाएगा। आमजन को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। सभी लोग पूर्व की भांति वहां अपना इलाज करा सकते हैं। अपर निदेशक स्वास्थ्य डा. एनएल यादव, सीएमओ आजमगढ़ डा. एके मिश्र, मऊ डा. एससी सिंह व बलिया पीके मिश्र, राजकीय मेडिकल कालेज के डा. राजेश कुमार, डा. दीपक पांडेय भी थे।