पांच साल पहले आजमगढ़ आए थे एनडी तिवारी
आजमगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का आजमगढ़ से भी गहरा नाता रहा है। यही वजह है कि वह यहां आते थे तो काफी खुशियां बांटते थे। अंतिम बार वह 27 जनवरी 2013 में यहां आए थे।
आजमगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का आजमगढ़ से भी गहरा नाता रहा है। यही वजह है कि वह यहां आते थे तो काफी खुशियां बांटते थे। अंतिम बार वह 27 जनवरी 2013 में यहां आए थे। उनकी पत्नी के नाम अतरौलिया के रतुआपार में ग्रामीण महाविद्यालय बना हुआ है। इसी डा. सुशीला ग्रामीण महाविद्यालय में आयोजित बापू बाजार में 27 जनवरी को नारायण दत्त तिवारी आए थे। यह उनका जिले में अंतिम दौरा था। इसके बाद फिर उनका यहां आगमन नहीं हुआ।
नारायण दत्त तिवारी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल और उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। यहां आयोजित कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने कहा था कि यह बड़े गर्व की बात है कि पूर्वाचल विश्वविद्यालय महात्मा गांधी के नाम पर गरीबों के लिए बाजार लगा रहा है। अपने पत्नी के नाम पर बने महाविद्यालय में उन्होंने उनको नमन किया। उन्होंने आजादी के समय के अपने अनुभवों की भी चर्चा भी की थी। इस दौरान 'आजादी में सुख कितना ये देश प्रेमियों से पूछो' कविता सुनाकर लोगों का दिल जीत लिया था। इस कार्यक्रम में पूर्वाचल विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रो. सुंदरलाल, पूर्व मंत्री शंभूनाथ ¨सह, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डा. हसीन खान भी मंच पर मौजूद थे। संचालन प्रभु नारायण प्रेमी ने किया था। उनके निधन के बाद शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया।