Move to Jagran APP

मुन्नीलाल को नसीब नहीं हो सका बेटों का कंधा

जागरण संवाददाता अहरौला (आजमगढ़) हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि मरने के बाद उसके बे

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 06:20 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 06:20 PM (IST)
मुन्नीलाल को नसीब नहीं हो सका बेटों का कंधा
मुन्नीलाल को नसीब नहीं हो सका बेटों का कंधा

जागरण संवाददाता, अहरौला (आजमगढ़) : हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि मरने के बाद उसके बेटे कंधा दें, लेकिन ग्राम परगासपुर के मुन्नीलाल की यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी। उनके बड़े भाई मेवालाल ने कंधा देने के बाद मुखाग्नि दी। कारण कि मुन्नीलाल के तीनों बेटे पंजाब प्रांत के जालंधर में रहते हैं और समय से घर नहीं पहुंच सके।

loksabha election banner

राजमिस्त्री मुन्नीलाल गौतम का शुक्रवार की शाम सात बजे सजनी गांव से मकान निर्माण के बाद साइकिल से लौटते समय पक्खनपुर पेट्रोल पंप के समीप पुलिया के पास पिकअप के धक्के से घायल हो गए थे। पुलिस ने उन्हें सीएचसी पहुंचाया, जहां से रेफर होने के बाद फूलपुर के ताहिर मेमोरियल हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहां देर रात एक बजे मौत हो गई।

शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा, तो पत्नी शोभावता देवी, छोटी बेटी इंद्र कला का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था। मुन्नीलाल के पुत्र अशोक, अनिल और अभिषेक के पंजाब में होने के कारण नहीं पहुंच सके। ऐसे में बड़े भाई मेवा लाल ने तमसा नदी किनारे रात आठ बजे अंतिम संस्कार किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.