भूमि विवाद में हुई थी मुनीब की हत्या
रानी की सराय क्षेत्र के अंधौरी गांव में टापटेन के अपराधी मुनीब की हत्या भूमि के खरीद फरोख्त के विवाद को लेकर ही की गयी। इस हत्या के मुख्य आरोपित ब्लाक प्रमुख का पुलिस ने दूसरे दिन शनिवार को चालान कर दिया
जागरण संवाददाता, रानी की सराय (आजमगढ़) : रानी की सराय क्षेत्र के अंधौरी गांव में टाप टेन के अपराधी मुनीब की हत्या भूमि के खरीद फरोख्त के विवाद को लेकर ही की गई। इस हत्या के मुख्य आरोपित ब्लाक प्रमुख का पुलिस ने दूसरे दिन शनिवार को चालान कर दिया। उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। वहीं अन्य आरोपित दूसरे दिन भी पुलिस की पकड़ से दूर रहे।
रानी की सराय क्षेत्र के बिट्ठलपुर गांव के मूल निवासी 35 वर्षीय मुनीब यादव पुत्र स्व. राजबली यादव इसी थाना क्षेत्र के अंधौरी गांव में अपना नया मकान बनवाकर परिवार समेत रहता था। वह थाने का टापटेन का अपराधी भी था। शुक्रवार की सुबह दो बाइक सवार तीन बदमाशों ने घर पर पहुंच कर मुनीब की ताबड़तोड़ तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद बदमाशों ने अपनी एक बाइक मौके पर ही छोड़कर भाग गए थे। उक्त बाइक को कब्जे में लेकर पुलिस ने जब छानबीन की तो उस पर लगे नंबर प्लेट दूसरे वाहन के मिले। पुलिस बाइक के चेसिस व इंजन नंबर से बाइक के स्वामी का पता कराने में लगी हुई है। मृत युवक के भाई राम सहाय उर्फ साहब यादव की तहरीर पर पुलिस ने रानी की सराय के ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद पुत्र रहमतुल्लाह ग्राम सम्मोपुर निवासी के खिलाफ नामजद व तीन अन्य अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हिरासत में लिए गए मुख्य आरोपित इसरार अहमद का दूसरे दिन शनिवार को पुलिस ने चालान कर कोर्ट भेज दिया। कोर्ट से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं पुलिस की गठित तीन टीमें दूसरे दिन भी फरार अन्य आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। रानी की सराय थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर केशव प्रसाद द्विवेदी का कहना है कि आरोपित ब्लाक प्रमुख से मृत मुनीब का छह माह पूर्व किसी बात को लेकर मारपीट हुई थी। उसके बाद भूमि के खरीद फरोख्त का भी प्रमुख से उसका विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर ही उन्होंने मुनीब की हत्या कराने की संभावना जतायी है। उनका कहना है कि फरार बदमाशों की गिरफ्तारी होते ही हत्या का भी खुलासा कर लिया जाएगा। वहीं गिरफ्तार ब्लाक प्रमुख का पुलिस ने कुंडली खंगालना शुरू कर दिया। रानी की सराय इंस्पेक्टर का कहना है कि ब्लाक प्रमुख नवंबर 2018 में रानी की सराय थाना पर किए गए धरना प्रदर्शन व घेराव के मामले में भी दर्ज मुकदमे में वे आरोपित हैं।