Move to Jagran APP

54 हजार से अधिक परिवारों को मिलेगी एक-एक हजार रुपये की मदद

--राहत -ठेला खोमचा रेहड़ी लगान वाले दुकानदारों रिक्शा चालक पल्लेदार समेत कई जाि

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 12:24 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 12:24 AM (IST)
54 हजार से अधिक परिवारों को मिलेगी एक-एक हजार रुपये की मदद
54 हजार से अधिक परिवारों को मिलेगी एक-एक हजार रुपये की मदद

--राहत ::::

loksabha election banner

-ठेला, खोमचा, रेहड़ी लगान वाले दुकानदारों, रिक्शा चालक, पल्लेदार समेत कई जातियां होंगी लाभांवित

- 10,555 स्ट्रीट वेंडर को मिलेगा भरण-पोषण का लाभ, अलग से खाद्यान्न

-ग्रामीण क्षेत्र के 21 हजार दिहाड़ी मजदूर व छोटे कामगार को मिलेगा फायदा जागरण संवाददाता, आजमगढ़: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए घोषित बंदी में गरीबों को दो वक्त की रोटी मुहाल हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे संज्ञान में लेते हुए आर्थिक के साथ ही खाद्यान्न से मदद देने की घोषणा की है। इसके तहत प्रत्येक पंजीकृत वेंडर्स, मजदूर, नाविक, रिक्शा व ट्राली चालक आदि को एक हजार रुपये की आर्थिक धनराशि उनके खाते में भेजी जाएगी। शासन की इस पहल पर जिले में लगभग 54 हजार गरीबों को लाभ मिलेगा।

शहरी क्षेत्र में दैनिक रूप से ठेला,खोमचा, रेहड़ी लगान वाले दुकानदारों, रिक्शा चालक, पल्लेदार, हलवाई के अलावा दिहाड़ी मजदूरों को भी लाभ मिलेगा। शहरी क्षेत्र में कुल 10,555 स्ट्रीट वेंडरों का पंजीकरण है। इसके अधिकतर मोबाइल ठेला चलते हैं, जो अधिकतर गलियों व विभिन्न चौराहों पर ठेला लगाकर अपनी जीविका चलाते हैं। डूडा के परियोजना अधिकारी अरविद कुमार पांडेय ने बताया कि लगभग सात हजार रेहड़ी, ठेला कारोबारियों ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ लेते हुए 10 हजार रुपये का ऋण भी लिया है। सरकार की घोषणा के मुताबिक इन लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।

--------

35 लाख कार्डधारकों को मिलेगा मुफ्त खाद्यान्न

वर्तमान में कोरोना बंदी के राहत भरे परिणाम को देखते हुए इसकी अवधि 24 तक बढ़ा दी गई है। जिसे देखते हुए सरकार ने अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को मुफ्त खाद्यान्न देने का आदेश दिया है। साथ ही जिन पात्रों के कार्ड अभी तक नहीं बने हैं, उन्हें वरीयता से कार्ड बनाकर राशन दिया जाएगा। इस वर्ष भी लगभग 35 लाख कार्डधारकों इस योजना से जोड़ा जाएगा। इस महामारी के कारण काम न मिलने पर घर पर बैठे हैं। ऐसे लोगों की जीविका चलाने के लिए एक हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।

---------

एक नजर में लाभार्थियों की संख्या::::

-10,555 नगरीय क्षेत्र।

-21,861 ग्रामीण क्षेत्र।

-21,000 श्रम विभाग में पंजीकृत।

-200 पंजीकृत नाविक।

----------

शासन की मंशानुसार योजना का लाभ दिलाने के लिए ब्लाक व तहसीलवार लाभार्थियों का आंकड़ा अभी एकत्र किया जा रहा है, जिससे कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न हो सके।

-राजेश कुमार, जिलाधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.