26 वर्ष बाद मालखाना में पड़ी मिली बंदूक
जीयनपुर कोतवाली के शस्त्रागार जमा हुई लाइसेंसी बंदूक कई माह की मशक्कत के बाद नजारत के मालखाना में पड़ी मिली। शस्त्र को वरासत के आधार पर पुलिस ने शनिवार
जागरण संवाददाता, सगड़ी (आजमगढ़) : जीयनपुर कोतवाली के शस्त्रागार जमा हुई लाइसेंसी बंदूक कई माह की मशक्कत के बाद नजारत के मालखाना में पड़ी मिली। शस्त्र को वरासत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को लाइसेंसी को सुपुर्द कर दिया।
13 अक्टूबर 2019 को दैनिक जागरण में प्रमुखता से 'कोतवाली के शस्त्रागार से बंदूक गायब' शीर्षक से खबर छपी थी। पुलिस अधिकारियों ने संज्ञान लिया तो बंदूक की तलाश शुरू हो गई। पांच माह बाद दो नाली बंदूक नजारत के मालखाना में पड़ी मिली। पुलिस ने लाइसेंसी आदित्य सिंह को शस्त्र सौंप दिया। आदित्य सिंह जीयनपुर क्षेत्र के जमसर गांव के निवासी हैं। बंदूक उनके पिता उदयराज सिंह के नाम थी, जिसे वर्ष 1993 में चुनाव के दौरान जीयनपुर कोतवाली में जमा किया गया था। उसके बाद लाइसेंसधारी का निधन हो गया। 19 अगस्त 2019 लाइसेंस जारी हुआ था। आदित्य ने पिता की मौत के बाद शस्त्र लाइसेंस के लिए आवदेन किया था। प्रभारी अधिकारी (शस्त्र) ने 26 अगस्त 2019 को जीयनपुर कोतवाल को शस्त्र अवमुक्त करने का निर्देश दिया।