बांटा गुलाब, दिया 'जल नहीं तो कल नहीं' का संदेश
आजमगढ़ जैसे-जैसे गर्मीं बढ़ रही है पीने के पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। पूरे साल कल-कल बहने वाली नदियां सूखने लगी है तालाब पोखर जवाब दे रहे है। हर साल आने वाली इस भयावह तस्वीर के बाद भी हम जल ही जीवन है के महत्व को नहीं समझ पा रहे है। इसके मद्देनजर रखते हुए परिवर्तन सेवा संस्थान के सचिव विवेक पांडेय के नेतृत्व में रविवार को जल है तो कल है का अभियान चलाया गया। नरौली तिरंगा तिराहा के समीप गांधीगिरी करते हुए युवाओं ने गुलाब का फूल वितरित कर लोगों को पानी बचाने के प्रति जागरूक किया।
जासं, आजमगढ़ : जैसे-जैसे गर्मीं बढ़ रही है पीने के पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। पूरे साल कल-कल बहने वाली नदियां सूखने लगी है। तालाब पहले ही सूख गए है। इसी को देखते हुए परिवर्तन सेवा संस्थान के सचिव विवेक पांडेय के नेतृत्व में रविवार को 'जल है तो कल है' का अभियान चलाया गया। नरौली तिरंगा तिराहा के समीप गांधीगीरी करते हुए युवाओं ने गुलाब का फूल वितरित कर लोगों को पानी बचाने के प्रति जागरूक किया। इसके साथ ही लोगों को मतदान के लिए भी प्रेरित किया। इस दौरान अभियान के संयोजक ऋषभ पंडित ने यह संदेश दिया कि दैनिक जीवन में पानी की बचत कर हम जल संरक्षण के प्रति जिम्मेदार बन सकते है। विवेक पांडेय ने कहा कि पानी का दोहन अधिक होने व जलसंरक्षण न होने के कारण धरती की गागर सूख रहा है। बारिश के पानी को हम यदि धरती को नहीं लौटा पाए तो एक दिन ऐसे हालात आ जाएंगे कि बूंद-बूंद पानी की किल्लत आ जाएगी। इस मौके पर मिलन, संतोष चौहान, सत्येंद्र चौहान, आकाश निषाद व सचिव चौहान सहित आदि उपस्थित थे।