आजमगढ़ जिले में पारा 13 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर, धुंध ने बढ़ाई मुश्किल, वायु की गुणवत्ता भी प्रभावित
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हवा को खतरनाक बताते हुए घरों के खिड़की दरवाजे बंद रखने के साथ ही बाहर न निकलने की हिदायत दी है। सूर्योदय सुबह 6.16 बजे हुआ माैसम विज्ञानियों ने दिन में पारा सामान्य बने रहने संग शाम में सूर्यास्त शाम 5.08 बजे होने की संभावना जताई है।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। जनपद में मौसम ने तेजी से करवट ली है। घने कोहरे के साथ सर्दी तेजी से दस्तक देने लगी है। एकादशी पर्व पर आतिशबाजी के धूम-धड़ाके के कारण एयर क्वालिटी इंडेक्टस 236 तक जा पहुंचने से हवाएं श्वांस लेने लायक नहीं बची हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हवा को खतरनाक बताते हुए घरों के खिड़की, दरवाजे बंद रखने के साथ ही बाहर न निकलने की हिदायत दी है। सूर्योदय सुबह 6.16 बजे हुआ, जबकि माैसम विज्ञानियों ने दिन में पारा सामान्य बने रहने संग शाम में सूर्यास्त शाम 5.08 बजे होने की संभावना जताई है। धुंध के कारण सूर्यदेव की चमक लाेगों तक पहुंचने में विलंब जरूर हुआ।
मौसम में नित हो रहे बदलाव का क्रम रविवार को आधी रात के बाद भी जारी रहा। मैदानी इलाकों में कोहरे के धुंध के कारण हाईवे पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। हवाओं की गति 7.7 किमी. प्रति घंटा पर स्थिर रहने के कारण सुबह सूर्योदय होने पर जरूर अपेक्षाकृत राहत रही। तापमान भी 24 घंटे पूर्व की भांति न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। मौसम विज्ञानियों ने अधिकतम तापमान में एक दिन बाद यानी कि बुधवार 17 नवंबर को तापमान में मामूली फेरबदल की बात बताते हुए न्यूनतम तापमान में में दो डिग्री की वृद्धि के साथ 15 डिग्री सेल्सियस तो अधिकतम में एक डिग्री की कमी के साथ 26 डिग्री सेलसियस होने की संभावना जताई है। इस तरह अधिकतम और न्यूनतम तापमान में अंतर घटने का असर पूरे दिन सर्दी का एहसास बना रहेगा। यह कहना ठीक रहेगा कि मौसम में तेजी से बदलाव के साथ सर्दियों ने लोगों को आगोश में लेने को मन लिया है। हवाओं की रफ्तार तेज हुई तो सर्दी पूरी ताकत से जनजीवन को अपनी आगोश में लेगी। वातारण में आर्द्रता (नमी) 85 फीसद बनी रही।
गांवों में हाईवे पर दिखने लगी सर्दियां : सर्दियों का असर गांवों में दिखने लगा है। खेती-बाड़ी में जुटे ग्रामीण घरों से गर्म कपड़े, साल ओढ़कर ही निकल रहे हैं। कमोबेश ठंडी का नजारा हाईवे पर देखने को मिला। घने कोहरे के कारण हाईवे व लिंक मार्गों की रफ्तार कमजोर पड़ती नजर आई। दृश्यता कम होने से चालकों को स्टेयरिंग संभालने संग आंखों पर जोर देना पड़ रहा था। हालांकि, आने वाले समय में दुश्वारियां और गहराएंगी।
एक्यूआइ का समझिए गणित : एक्यूआइ एयर क्वालिटी इंडेक्स में शून्य से 50 के बीच स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। जबकि 51 से 100 का अंक संतोषजनक, 101 से 200 के बीच से सेहत को बहुत नुकसान नहीं पहुंचाने वाला, 201 से 300 को नुकसानदायक व इससे ऊपर 300 से 401 धीरे-धीरे ऊपर के क्रम में गंभीर होता जाता है।
बोले चिकित्सक : ‘सर्दी में टहलना लाभदायक होता है, लेकिन एक्यूआइ का अंक 236 इसकी इजाजत नहीं देता। बेहतर होगा कि सुबह घर में ही व्यायाम करें। घर के दरवाजे एवं खिड़कियां बंद रखें। खानपान का विशेष ध्यान रखें। शरीर को पर्याप्त कैल्शियम, मिनरल्स व अन्य पोषक तत्व मिलने के लिए खाद्य पदार्थ दूध, दही, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, तिल के बीज, अंजीर, सोयाबीन और बादाम का दूध इत्यादि लेना ठीक रहेगा। एक्यूआइ की मात्रा 100 से ऊपर होने पर अलर्ट हो जाएं।’ - डा. राघवेंद्र सिंह फिजिशियन, मंडलीय जिला अस्पताल।