रीयल से रील में कैद हुआ कैफी के सपनों का मेजवां
मशहूर शायर व फिल्म गीतकार मरहूम कैफी आजमी के सपनों का गांव मेजवां जिसे पूरा कर रहीं हैं उनकी बेटी सिने तारिका व सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी। कैफी के जन्म दिन के 100 साल पूरा होने पर उनके जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री देखेगी पूरी दूनिया।
अनिल मिश्र, आजमगढ़
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मशहूर शायर व फिल्म गीतकार मरहूम कैफी आजमी के सपनों को पूरा करने में जुटी हैं उनकी बेटी सिनेतारिका व सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी। कैफी के जन्मदिन के 100 साल पूरा होने पर उनके जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री देखेगी पूरी दुनिया। पिछले तीन दिन से मेजवां गांव में मुंबई से आई टीम कैफी आजमी के रीयल लाइफ और उनके सपनों के मेजवां को रील में कैद कर रही है। सुबह होते ही लाइट, कैमरा और एक्शन सुनाई दे रहा है। पिता पर 'कैफियात' नाम की बन रही डाक्यूमेंट्री में शबाना के अलावा उनके भाई सिनेफोटोग्राफर बाबा आजमी भी पूरी तन्मयता से लगे हैं।
बुधवार को डायरेक्टर सुमांतो चक्रवर्ती के नेतृत्व में टीम ने कैफी गर्ल्स कालेज में शू¨टग की क्योंकि कैफी आजमी के सोच थी कि गांव की लड़कियों को बेहतर शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूर न जाना पड़े। वे पढ़-लिखकर अपने गांव व जिले के नाम रोशन करें। विद्यालय में लड़कियों के प्रार्थना सभा, क्लास रूम में अंग्रेजी से लेकर अन्य पाठन-पाठन, पुस्तकालय को कैमरे में कैद किया गया। इसके बाद टीम ने इस सीन में सिनेतारिका शबाना आजमी का इंटरव्यू भी लिया। इसमें शबाना आजमी अपने पिता की शुरू से लेकर आखिरी समय तक क्या सोच रहीं हैं और आज कितना उनका सपना साकार हो रहा है, के बारे में विस्तार से जानकारी दी।