शहीद मरता नहीं, लोगों की सांसों में रहता है जिदा
(आजमगढ़) कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की याद में शुक्रवार को उनके पैतृक गांव नत्थूपुर अंजान शहीद में शहीद मेला एवं संस्कृति सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान पुलवामा में शहीद हुए पूर्वांचल के शहीद परिवारों के साथ ही साथ जनपद के व आसपास के जिलों के शहीद परिवारों को भी सम्मानित किया गया।
जागरण संवाददाता, बिलरियागंज (आजमगढ़): कारगिल शहीद रामसमुझ यादव की याद में शुक्रवार को उनके पैतृक गांव नत्थूपुर अंजान शहीद में शहीद मेला एवं संस्कृति सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान पुलवामा में शहीद हुए पूर्वांचल के शहीद परिवारों के साथ ही साथ जनपद के व आसपास के जिलों के शहीद परिवारों को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि और कारगिल युद्ध में रामसमुझ यादव के पोस्ट कमांडर रहे कर्नल निखिल श्रीवास्तव ने कहा कि शहीद (जवान) कभी मरता नहीं, वह हमेशा लोगों की सांसों में जिदा रहता है। देश का नौजवान हमेशा सिर पर कफन बांध कर भारत मां की सेवा करता रहता है। आज पूरा विश्व हमारी सेना के जज्बे को सलाम करती है। विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज देश को उन सभी शहीदों पर नाज है, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। उसमें आजमगढ़ जिले के लाल रामसमुझ यादव ने कारगिल युद्ध के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए शहीद हो गए थे। कहा कि ऐसे वीर शहीदों को पूरा देश आज नमन कर रहा है। शहीद रामसमुझ यादव के भाई प्रमोद यादव ने देश के नौजवानों का आह्वान किया कि आप देश की सेवा के लिए हमेशा लड़ने के लिए तैयार रहें। कहा कि पूरे देश को शहीदों व शहीद के परिवारों का सम्मान करना चाहिए। भोजपुरी फिल्मी गायक व अभिनेता समर सिंह एवं गायिका कविता यादव ने शहीदों की याद में गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर 2011 के विश्व क्रिक्रेट का अधिकृत गीत लिखने वाले युवा गीतकार व पटकथा लेखक मनोज यादव सहित हजारों की संख्या में लोग थे।