मां भगवती के दरबार में टेका मत्था
आजमगढ़ : शारदीय नवरात्र के पांचवे दिन रविवार को पूरा माहौल ही दुर्गा मय हो गया है। पूरा शहर दुधिया रोशनी से जहां जगमगा रहा है वहीं मां के दरबार मां के जयकारे से गूंज रहे हैं। शहर के चौक स्थित दक्षिणमुखी मंदिर पर सुबह से ही पूजन-अर्चन का क्रम शुरू हुआ तो देर शाम तक चलता रहा। नवरात्र पर घंट-घड़ियाल की धुन से पूरा माहौल ही भक्तिमय हो गया है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : शारदीय नवरात्र के पांचवे दिन रविवार को पूरा माहौल ही दुर्गा मय हो गया है। पूरा शहर दुधिया रोशनी से जहां जगमगा रहा है वहीं मां के दरबार मां के जयकारे से गूंज रहे हैं। शहर के चौक स्थित दक्षिणमुखी मंदिर पर सुबह से ही पूजन-अर्चन का क्रम शुरू हुआ तो देर शाम तक चलता रहा। नवरात्र पर घंट-घड़ियाल की धुन से पूरा माहौल ही भक्तिमय हो गया है।
चौक देवी मंदिर के पुजारी शरद तिवारी ने नवरात्र के पांचवे दिन मंडप में मां भगवती के स्कंदमाता का पूजन अर्चन किया गया। देवी का यह स्वरुप नारी शक्ति और मातृ शक्ति का प्रतीक है। स्कंद कुमार की माता होने से स्कंदमाता नाम पड़ा। गणेश जी देवी के मानस पुत्र हैं और कार्तिकेय जी गर्भ से उत्पन्न। तारकासुर को वरदान था कि उसकी मृत्यु शंकर जी के पुत्र के हाथों ही होगी। इसी कारण देवी पार्वती का शंकर जी से मंगल परिणय हुआ। इससे कार्तिकेय पैदा हुए और तारकासुर का वध हुआ। शंकर-पार्वती के मांगलिक मिलन को सनातन संस्कृति के विवाह परंपरा का प्रारंभ माना गया। दक्षिणमुखी देवी पर सुबह से शाम तक मेले जैसा ²श्य है। आस-पास के क्षेत्रों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। चौक देवी मंदिर के इर्द-गिर्द भी मां की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी। इसके लिए भी तैयारियां की जा रही हैं। चौक क्षेत्र को पूरी तरह से झालर व लाइटों से सजाया जा रहा है। इससे पूरा क्षेत्र ही जगमगा रहा है। शहर के ही रैदोपुर स्थित दुर्गा मंदिर पर भी श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। यहां सुबह-शाम श्रद्धालु शीश नवा रहे हैं। निजामाबाद के मां शीतला धाम पर भी श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। यहां सुबह से ही लोगों की लाइन लगी रही। रैदोपुर मंदिर पर भी भक्त मत्था टेक कर मां से विनती कर रहे हैं।