तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार
एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के क्रम में जहानागंज थानाध्यक्ष व स्वाट टीम प्रभारी ने रविवार की देर शाम को संयुक्त रूप से महुआ मुरारपुर गांव में छापा मारकर अवैध रूप से संचालित तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया।
आजमगढ़ : एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के क्रम में जहानागंज थानाध्यक्ष व स्वाट टीम प्रभारी ने रविवार की देर शाम को संयुक्त रूप से महुआ मुरारपुर गांव में छापा मारकर अवैध रूप से संचालित तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से 16 अदद निर्मित, एक अर्द्धनिर्मित तमंचा, कारतूस, तमंचा बनाने का अन्य उपकरण बरामद किया।
एसपी ने बताया कि जहानागंज थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह व स्वाट टीम प्रभारी राजेश कुमार उपाध्याय अपने सहयोगी पुलिसकर्मियों के साथ 20 फरवरी को भदया गांव में हुई हत्या के संबंध में रविवार की शाम को जहानागंज बाजार में खड़े होकर आपस में बात कर रहे थे। उसी दौरान मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर उन्होंने महुआ मुरारपुर गांव के सरहद पर स्थित नाले के पास संयुक्त रूप से छापा मारा। छापे के दौरान पुलिस की संयुक्त टीम ने अवैध तमंचा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। मौके से पुलिस ने 16 निर्मित, एक अर्द्धनिर्मित तमंचा, कारतूस, तमंचा बनाने के अन्य उपकरण बरामद किए। इस मामले में लिप्त भरत सिंह पुत्र स्व. मुखनाथ सिंह ग्राम सर्फुद्दीनपुर व परदेशी पुत्र महंगू राम ग्राम चकमिश्रौली सर्फुद्दीनपुर थाना शहर कोतवाली के निवासी बताए गए हैं। एसपी का कहना है कि गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति असलहा बनाने में माहिर हैं। एक कारीगर एक दिन में चार से पांच असलहा तैयार कर लेता है। वे पांच से छह हजार रुपये में एक तमंचा बेचते हैं। जो इनसे असलहा खरीदकर ले जाते हैं वे आठ से दस हजार रुपये में बिक्री करते हैं। इस कारोबार में कितने लोग शामिल हैं इसकी तस्दीक कराई जा रही है।