मानवता की रक्षा को नागरिकता देने का कानून
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने डीएवी कॉलेज के मैदान में राष्ट्र भक्तों के जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान और बांग्लादेश के प्रताड़ित हिदू सिख जैन बौद्ध पारसी ईसाई धर्म के वे लोग जो अपना सबकुछ छोड़कर अपनी जान व अपनी बहू-बेटियों की इज्जजत बचाने के लिए 31 दिसंबर 2014 तक भारत में प्रवेश कर लिए हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री व जिला प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने डीएवी कॉलेज के मैदान में राष्ट्र भक्तों के जनसमूह को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के प्रताड़ित हिदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी ,ईसाई धर्म के वे लोग जो अपना सबकुछ छोड़कर अपनी जान व अपनी बहू-बेटियों की इज्जजत बचाने के लिए 31 दिसंबर 2014 तक भारत में प्रवेश कर लिए हैं। उन लोगों को मानवता की रक्षा के लिए उनको नागरिकता देने का कानून है। कहाकि इस कानून में किसी भी भारतीय की नागरिकता छीनने कोई प्रावधान नहीं है। मानवीय आधार पर ऐसे पीड़ितों को नागरिकता देने की मांग दसकों से उठाई जाती रही थी। मैं आजमगढ़ की धरती, आजमगढ़ की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को धन्यवाद देता हूं। जिन्होंने ऐसे पीड़ितों के दर्द को समझते हुए उनके जीवन में खुशियां लाने का काम किया है। विनय प्रकाश गुप्त के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. भगत सिंह ने किया। जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर ध्रुव सिंह व लालगंज जिलाध्यक्ष ऋषिकांत राय ने भी विचार रखे।
.........
प्रेसवार्ता--विरोधी दल जनता को गुमराह कर रहे: राणा
कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने प्रेस-प्रतिनिधियों से वार्ता में कहा कि कांग्रेस, सपा व बसपा जैसे विरोध दल देश की जनता को झूठी जानकारी देकर गुमराह कर रही है। विरोधी दल भारत की एकता अखंडता, शांति और सछ्वाव को मिटाने का प्रयास कर रहे हैं। देश की जनता को इनके बहकावे में नहीं आना चाहिए। आज की यह ऐतिहासिक लोक जागरण यात्रा से ऐसे विरोधी दल के लोगों का भ्रम दूर हो जाएगा। देश की जनता नागरिकता संशोधन अधिनियम के पूर्णतया समर्थन में है।
......
इनकी थी प्रमुख उपस्थिति
पूर्व सांसद नीलम सोनकर, पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह, अमित तिवारी, जयनाथ सिंह, बैरिस्टर, लालजी, प्रेम प्रकाश राय, प्रेम नारायण पांडेय, हरेंद्र सिंह, श्याम नारायण सिंह, रामपाल सिंह, श्रीकृष्ण पाल, श्रीकृष्ण तिवारी, ओम प्रकाश पांडेय, शिवम् पांडेय, देवेंद्र सिंह,अजय सिंह, विनोद उपाध्याय, डा. कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, संत प्रसाद अग्रवाल, ज्ञानेंद्र सिंह 'ज्ञानू', रमाकांत मिश्रा, सत्येंद्र राय, दीनू जायसवाल, प्रणीत श्रीवास्व, संचिता बनर्जी, पंकज सिंह कौशिक, हनुमंत सिंह, हरीश तिवारी, शैलेंद्र अग्रवाल, मंजू सरोज, लक्ष्मण मौर्या, घनश्याम पटेल, विवेक निषाद आदि थे।