24 बीघे के जलाशय पर भू-माफियाओं का कब्जा
आजमगढ़ : क्षेत्र में तालाबों की कमी नहीं है ¨कतु इस क्षेत्र की जीवन रेखा खानपुर-फतेहपुर ता
आजमगढ़ : क्षेत्र में तालाबों की कमी नहीं है ¨कतु इस क्षेत्र की जीवन रेखा खानपुर-फतेहपुर तालाब को ही माना जाता है। यह तालाब वर्तमान में पूरी तरह माफियाओं की गिरफ्त में है। 24 बीघे के इस तालाब की हालत यह हो गई है कि आम आदमी छलांग लगाकर आसानी से इस पार से उस पार जा सकता है।
एक दौर था कि इस जलाशय की वजह से अतरौलिया क्षेत्र में कभी भी जलजमाव की स्थिति नहीं बनती थी और न ही कभी भूजल स्तर नीचे जाता था। इस जलाशय का क्षेत्रफल इतना बड़ा था कि वर्षा के साथ ही पूरे नगर का गंदा पानी भी समाहित हो जाता था। मगर पिछले पांच-सात वर्षो से भू- माफियाओं द्वारा इस तालाब पर बेहिसाब कब्जा कर लिया गया। 24 बीघे का तालाब आज नाले में तब्दील हो गया है। प्रशासन की उपेक्षा के चलते इस तालाब पर आज भी अतिक्रमण जारी है। यह जलाशय कभी छोटी नदी के नाम से भी मशहूर था। आज यह जलाशय के नाम पर मात्र 10 फीट चौड़ा नाला बन गया है। इतना सब होने के बाद भी नगर प्रशासन पूरी तरह उदासीन है। पिछले दिनों जिलाधिकारी के निर्देश पर बूढ़नपुर के तत्कालीन नायब तहसीलदार द्वारा अवैध कब्जेदारों से मुक्त कराए जाने के लिए ढाई सौ कब्जेदारों को लिखित नोटिस दी गई थी, एक सप्ताह का समय भी दिया गया था। मगर आज एक वर्ष होने के बाद भी प्रक्रिया ठंडे बस्ते में डाल दी गई। इस संबंध में एसडीएम बूढ़नपुर इंद्रभान तिवारी ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसे संज्ञान में लेते हुए इस पर निश्चित कार्रवाई की जाएगी।