रौजा-ए-हाफिजे मिल्लत पर जायरीनों ने की चादरपोशी
अल्जामियतुल अशरफिया के संस्थापक हजरत हुजुर हाफिजे मिल्लत अल्लामा शाह अब्दुल अजीज अलैहिर्रहमा का 44वां सालाना दो दिवसीय उर्स पाक के दूसरे दिन गुरुवार को नमाज फज्र नौ बजे तक रौजा ए हाफिजे मिल्लत अलैहिर्रहमा पर कुरानख्वानी से शुरू हुआ।
जासं, मुबारकपुर (आजमगढ़) : अल्जामियतुल अशरफिया के संस्थापक हजरत हुजूर हाफिजे मिल्लत अल्लामा शाह अब्दुल अजीज अलैहिर्रहमा का 44वां सालाना दो दिवसीय उर्स पाक के दूसरे दिन गुरुवार को नमाज फज्र नौ बजे तक रौजा-ए-हाफिजे मिल्लत अलैहिर्रहमा पर कुरानख्वानी से शुरू हुआ। दो बजे हजरत हाफिजे मिल्लत के पुरानी बस्ती मुहल्ले से सज्जादा नशीं हजरत अल्लामा अब्दुल हफीज साहब के नेतृत्व में एक भव्य चादरों का जुलूस निकाला गया। जुलूस विभिन्न मार्गों से होते हुए हाफिजे मिल्लत के रौजे पर पहुंचकर समाप्त हुआ। इसमें कस्बे के 20 अंजुमनों ने हफीज ए मिल्लत की बारगाह में नात़ख्वानी वे मऩकब्त़ख्वानी पेश कर मं•ाूम खिराजे अकीदत पेश किया। दूसरे दिन रौजा-ए-हाफिजे मिल्लत पर जायरीनो का चादर चढ़ाने का सिलसिला देर रात तक चला। अल्जामियतुल अशरफिया प्रांगण पूरी तरह से जायरीनों से खचाखच भर गया है। जायरीन मजार पर पहुंचकर चादरपोशी व गुलपोशी कर दुआएं कर रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था की ²ष्टि से प्रभारी थानाध्यक्ष देवेंद्र कुमार ¨सह सहित चौकी प्रभारी कौशल कुमार पाठक सहित छह उपनिरीक्षक व बाहरी फोर्स भी तैनात रही।