बारिश में ध्वस्त हुई सड़क, विजिलेंस टीम ने शुरू की जांच
आजमगढ़ चुनाव आयोग के निर्देश पर रेलवे विभाग ने मई माह में मूसेपुर सड़क का निर्माण कराया था। करीब 500 मीटर के इस पिच मार्ग को बनाने में लगभग छह लाख की धनराशि खर्च की गई थी। सड़क बनाने के दौरान बरती जाने वाली लापरवाही मॉनसून की पहली बारिश में सामने आई। शिकायत मिलने पर जीएम ने सड़क की जांच कराने के लिए विजिलेंस टीम को निर्देश दिए हैं।
जासं, आजमगढ़ : लोकसभा चुनाव के मतगणना से पूर्व चुनाव आयोग के निर्देश पर रेलवे विभाग ने मई माह में मूसेपुर मार्ग का निर्माण कराया। करीब 500 मीटर के इस मार्ग के पिच बनाने में लगभग छह लाख की धनराशि खर्च हुई। लापरवाही का आलम यह है कि मानसून की पहली बारिश में ही इसकी पोल खुल गई। शिकायत पर जीएम के निर्देश के क्रम में विजिलेंस की टीम ने जांच शुरू कर दी है। टीम दो दिन पूर्व सड़क में उपयोग हुए सामग्री के नमूने लेकर जांच को भेज दी है।
रेलवे ने चुनाव आयोग के निर्देश पर एफसीआइ से समपार संख्या 28 बी तक जाने वाली सड़क का निर्माण 11 मई को कराया था। पहली बारिश में ही सड़क कई जगह पर धंस गई। सड़क पर गिट्टी उखड़कर बिखरी पड़ी हैं। इतना ही नहीं पानी निकासी का कोई इंतजाम न होने से सड़क पर ही कई जगह जलजमाव की भी स्थिति है। मंडल रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी के सदस्य पंडित सुरेश शर्मा महर्षि ने इसकी शिकायत ट्विटर पर जीएम गोरखपुर, डीआरएम वाराणसी व रेल मंत्रालय से की थी। पूर्वोत्तर रेल महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने जांच कराने के निर्देश विजिलेंस टीम को दिए। विजिलेंस टीम ने सड़क की गुणवत्ता व सड़क में प्रयोग सामग्री का नमूना जांच को भेज दी है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई भी तय बतायी जा रही है। दूसरी तरफ क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इस सड़क के निर्माण में घटिया सामग्री की बड़े पैमाने पर उपयोग हुआ है।