Move to Jagran APP

किसानों की बढ़ी मुसीबत, गन्ने की तौल कराने में पेच

आजमगढ़ गन्ने के तौल में एक और पेंच फंस गई है। गन्ने का कांटा कराने से पूर्व किसानों को उसे चीनी मिल की टीम से गुणवत्ता की मुहर लगवानी होगी। ऐसे में सूखे एवं पुराने गन्ने की तौल कराना अब आसान नहीं होगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Mar 2020 05:52 PM (IST)Updated: Tue, 03 Mar 2020 05:52 PM (IST)
किसानों की बढ़ी मुसीबत, गन्ने की तौल कराने में पेच
किसानों की बढ़ी मुसीबत, गन्ने की तौल कराने में पेच

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : गन्ने के तौल में एक और पेंच फंस गई है। गन्ने का कांटा कराने से पूर्व किसानों को उसे चीनी मिल की टीम से गुणवत्ता की मुहर लगवानी होगी। ऐसे में सूखे एवं पुराने गन्ने की तौल कराना अब आसान नहीं होगा। उन किसानों को भी इसका नुकसान होगा, जिनका गन्ना तौल न होने के कारण सूख गया होगा। शासन ने तौल केंद्रों पर खराब गुणवत्ता वाला गन्ना ज्यादातर पहुंचने के ²ष्टिगत नया नियम लागू किया गया है। हालांकि, गन्ने की गुणवत्ता खराब होने से चीनी मिल को नुकसान होता था, लेकिन यह भी तय कि कुछ ईमानदार किसान भी नए नियम की चक्की में पिसेंगे।

loksabha election banner

---------

सट्टा बंद करने की चेतावनी

सहकारी क्षेत्र के सठियांव चीनी मिल क्षेत्र के गन्ना किसानों को मिल में ताजा, अगोला एवं जड रहित रोगमुक्त गन्ना आपूर्ति किए जाने का निर्देश दिया गया है। मिल में पुराना एवं सूखा गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों का सट्टा बंद किया जाएगा। चीनी मिल को आपूर्ति हो रहे गन्ने की गुणवत्ता का भौतिक परीक्षण किए जाने के साथ ही मिल परिसर में रिफ्रेक्टोमीटर से भी जांच का निर्देश दिया गया है। जिससे ताजा गन्ना की आपूर्ति से किसानों को अपने गन्ने के संपूर्ण वजन का मूल्य एवं चीनी मिल को उच्च चीनी परता होगी।

-----------

15 अप्रैल तक चलेगी चीनी मिल

चीनी मिल सठियांव में पेराई कार्य नवंबर माह से शुरू हो गई है। चीनी मिल 15 अप्रैल तक चालू रखने को प्रस्तावित है। अब धीरे-धीरे अपनी क्षमता के अनुरूप गन्ना मिलना शुरू हो गया है, लेकिन ताजा, स्वच्छ गन्ना आपूर्ति न होने की स्थिति में अपेक्षित चीनी परता प्राप्त नहीं हो पा रहा है। चीनी मिल द्वारा किसानों से ताजा, अगोला एवं जड़ रहित रोगमुक्त गन्ना आपूर्ति करने के संबंध में निर्देश दिया गया है। मिल में पुराना, सूखा गन्ना आपूर्ति करने पर गन्ना मूल्य भुगतान के संबंध में धारा-46 के तहत आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। यदि परीक्षण के दौरान गन्ना पुराना या सूखा पाया गया तो ऐसा गन्ना स्वीकार नहीं किया जाएगा तथा ऐसे गन्ना कृषकों का सट्टा बंद कर दिया जाएगा। ताजा, अगोला एवं जड़ रहित गन्ना आपूर्ति करने पर रिकवरी बढ़ेगी। चीनी का उत्पाद बढ़ेगा तो किसानों को जल्द भुगतान हो जाएगा। एक क्विटल में सात किलो चीनी का उत्पाद हो रहा है। ताजा गन्ना आने पर एक क्विटल में 11 किलो चीनी होगा। जब चीनी मिल को परता पड़ेगा तो किसानों को जल्द भुगतान किया जाएगा।

-अशर्फी लाल, जिला गन्ना अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.