¨हदू संगठनों ने शौर्य तो मुस्लिम समुदाय ने मनाया काला दिवस
आजमगढ़ : विवादित ढांचे के विध्वंस दिवस (छह दिसंबर) को ¨हदू संगठनों ने शौर्य तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काला दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान पूरा शहर केसरिया झंडे से जहां पटा रहा वहीं तकिया व कुंदीगढ़ क्षेत्र में मुसलमानों ने अपने घरों पर काला झंडा लगा रखा था। विश्व हिन्दू परिषद ने जुलूस निकाल कर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किए जाने की मांग की और जमकर नारेबाजी की। किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रहे। यही नहीं संवेदनशील तकिया पर पूरी तरह से दुकानें बंद रही। इसकी वजह से यहां सन्नाटे जैसा माहौल रहा।
आजमगढ़ : विवादित ढांचे के विध्वंस दिवस (छह दिसंबर) को ¨हदू संगठनों ने शौर्य तो मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काला दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान पूरा शहर केसरिया झंडे से जहां पटा रहा वहीं तकिया व कुंदीगढ़ क्षेत्र में मुसलमानों ने अपने घरों पर काला झंडा लगा रखा था। विश्व ¨हदू परिषद ने जुलूस निकाल कर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किए जाने की मांग की और जमकर नारेबाजी की। किसी भी अप्रिय घटना से निबटने के लिए मुस्लिम संग अन्य संवेदनशील क्षेत्रों क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रहे। यही नहीं संवेदनशील तकिया पर पूरी तरह से दुकानें बंद रही। इसकी वजह से यहां सन्नाटे जैसा माहौल रहा।
कलेक्ट्रेट स्थित रिक्शा स्टैंड पर गुरुवार को ¨हदू संगठनों ने शहीद कारसेवकों को श्रद्धासुमन भी अर्पित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज का दिन ¨हदुओं के लिए सम्मान का दिन है, क्योंकि आज के ही दिन छह दिसंबर 1993 को रामजन्म भूमि पर स्थित विवादित ढांचा जो ¨हदुओं के मान-सम्मान के लिए कलंक था, को ¨हदुओं ने ढहाकर मंदिर बनाए जाने का का मार्ग प्रशस्त किया था। आज हम ¨हदुओं को एकजुट होकर राम मंदिर निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण ¨सह साधु, हरिवंश मिश्रा, रूद्र पांडेय, जगत नारायन, रामसकल चौहान, रामनिवास ¨सह, गजाधर चौबे, भोला आदि उपस्थित थे।
विश्व ¨हदू परिषद द्वारा शौर्य दिवस का आयोजन दीनानाथ ¨सह की अध्यक्षता में लालडिग्गी स्थित बड़ा गणेश मंदिर में गोष्ठी के रूप में किया गया। इस दौरान विहिप ने सोमनाथ की तर्ज पर मंदिर निर्माण कराने की मांग दोहराई। संचालन बजरंग दल के विभाग संयोजक गौरव रघुवंशी ने किया। गोष्ठी के उपरांत कार्यकर्ताओं ने पुरानी कोतवाली तक जय श्रीराम के नारों के साथ पैदल जुलूस निकाला कर शहर में मिठाई वितरित की गई।
विहिप सह प्रांत संगठन मंत्री राजेश ने कहा कि छह दिसंबर 1992 को ¨हदू समाज ने देश में नया इतिहास रचते हुए इसी दिन 464 वर्ष पुराना कलंक का टीका भारत माता के माथे से सर्व सर्वदा के लिए मिटा दिया गया। जो ¨हदुओं के शौर्य का प्रतीक बना, इसलिए प्रत्येक वर्ष ¨हदू समाज उत्सव के रूप में देखता है। जब तक भव्य मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता तब तक ¨हदू समाज चुप नहीं बैठेगा। इस अवसर पर राधा मोहन गोयल, आलोक राय, पंकज शर्मा, गौरव पांडेय, अरविंद शशांक, मिथुन राणा ¨सह, अवनीश, प्रणय, सूरज, अंकित, राजू, गौतम, विपिन, भोला, अंकुर, सोनू, अशोक, गो¨वद ¨सह, अमित, पंकज, राज गौरव आदि उपस्थित थे।
इसी प्रकार राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल यूथ ¨वग व शिब्ली कालेज के छात्रों के तरफ से छह दिसंबर को अत्यंत दुखी परंतु उत्साहपूर्ण मन से काला दिवस मनाया गया। प्रदेश युवा अध्यक्ष नुरूल हुदा के नेतृत्व में छात्र-नौजवानों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए मौन जुलूस निकाला। यह जुलूस पहाड़पुर से निसवां गली, तकिया, पहाड़पुर होते हुए शिब्ली कालेज पहुंचा और राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय मांग का पत्रक एसडीएम सदर को सौंपा। इस अवसर पर कमर कमाल, रविश, नजम शमीम, बेलाल, हमजा, सादिक, मो. अहमद, मो. आजम आजमी, कासिफ शाहिद, सद्दाम कुरैशी, मो. शाकिब, अबू साकिब, शहबाज रशादी, विशाल ¨सह आदि उपस्थित थे।