भाजपा का झंडा लगे स्कार्पियो से छात्रा को किया था अगवा
रानी की सराय क्षेत्र में छात्रा को अगवा कर चलती स्कार्पियों में सामूहिक दुराचार करने वाले आरोपितों की गाड़ी में भाजपा का झंडा लगा हुआ था। इनता ही नहीं सभी आरोपितों की उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष के बीच रही। ड्राइवर को छोड़ अन्य तीनों आरोपित आपस में दूसरे भाषा में बातचीत कर रहे थे। जिससे लग रहा था कि वे बाहर के रहे होंगे।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : रानी की सराय क्षेत्र में छात्रा को अगवा कर चलती स्कार्पियो में सामूहिक दुराचार करने वाले आरोपितों की गाड़ी में भाजपा का झंडा लगा हुआ था। इतना ही नहीं सभी आरोपितों की उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष के बीच रही। ड्राइवर को छोड़ अन्य तीनों आरोपित आपस में दूसरी भाषा में बातचीत कर रहे थे। जिससे लग रहा था कि वे बाहर के रहे होंगे।
रानी की सराय क्षेत्र की निवासी 24 वर्षीय पीड़ित अनुसूचित जाति की युवती की इसी अप्रैल माह में गंभीरपुर थाना क्षेत्र में शादी हुई थी। उसका पति मूक-बधिर है। युवती अपने मायके में ही रहकर स्वयं पढ़ाई के साथ ही सेठवल गांव स्थित एक प्राइवेट स्कूल में एलकेजी के बच्चों को पढ़ाती भी है। स्कूल में पढ़ाने से पूर्व वह एक वाहन के एजेंसी में क्लर्क का कार्य करती थी। उक्त नौकरी छोड़कर कुछ माह पूर्व स्कूल में पढ़ाने का काम शुरू किया था। पीड़िता का कहना है कि वह घटना के दिन शुक्रवार की शाम को लगभग पांच बजे रानी की सराय कस्बा स्थित को¨चग सेंटर से पढ़कर पैदल घर जा रही थी। रानी की सराय क्षेत्र के रूदरी मोड़ से आगे नहर के पास पहुंची थी। तभी स्कार्पियो सवार चार युवकों ने उसे अगवा कर लिया। जिस स्कार्पियो से उसे अगवा किया गया था, उस पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था। गाड़ी के दरवाजे की हैंडिल पर नई वाहनों में जिस तरह रिबन बंधा रहता है, उसी तरह इस वाहन में भी रिबन बंधा हुआ था। युवती ने बताया कि उसने स्कार्पियो का पूरा नंबर तो याद नहीं, पर उसने आगे का नंबर याद कर लिया था। घटना को अंजाम देने वाले चारों युवकों में ड्राइ¨वग कर रहे युवक को छोड़ अन्य तीनों अलग भाषा में बात कर रहे थे। जिसे वह नहीं समझ पा रही थी, जबकि घटना के दौरान ड्राइ¨वग कर रहे युवक के पास फोन आया तो उसने ¨हदी में ही बात करते हुए कहा कि उन लोगों को आने में एक दिन का समय लगेगा। घटना को अंजाम देने के बाद चारों युवक उसे अनौरा गांव के सूनसान स्थान पर स्थित गड्ढे के पास गाड़ी से धक्का देकर नीचे उतार दिया। युवती का पर्स भी आरोपितों ने वहीं पर फेंक दिया। अंधेरे में पीड़ित युवती अर्धनग्न हालत में पड़ी रही। इस बीच उस रास्ते से होकर गुजर रहे एक युवक की नजर उस पर पड़ी तो युवक उसे अपने साथ लेकर 300 मीटर दूर स्थित अपने घर पर ले गया। वहां से युवती ने अपने परिजनों को फोन किया तो परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए। द¨रदगी की घटना से सहमी है छात्रा
द¨रदगी की घटना से पीड़ित छात्रा काफी डरी-सहमी हुई है। पीड़िता से जब पूछा गया कि क्या पुलिस या कोई उस पर दबाव धमकी दे रहा है तो उसने इंकार किया। उसका कहना है कि आरोपितों ने घटना को अंजाम देने के दौरान वीडियो भी मोबाइल से बनाया था और धमकी भी दी थी। इसके बाद उनका कोई न तो फोन आया और न ही धमकी मिली है। दूसरी तरफ पीड़िता की चाची ने बताया कि स्कूल के प्रबंधक ने उसकी मोबाइल पर सोमवार की सुबह फोन किया। उसने कहा कि जो कुछ हुआ है उसे भूल जाओ और सुलह-समझौता कर लो। इस प्रकरण को तूल देने से परिवार के साथ ही उसके स्कूल की भी बदनामी होगी। घटना के चौथे दिन पीड़िता का मेडिकल
सामूहिक दुष्कर्म की घटना में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। इसी के साथ ही पुलिस ने पीड़ित छात्रा के मोबाइल का कॉल डिटेल भी निकाल लिया है, जबकि स्कार्पियो के नंबर प्लेट के आधार पर पुलिस गाड़ी के बारे में भी पता करने में जुटी हुई है। वहीं घटना के चौथे दिन पुलिस ने पीड़ित छात्रा को सोमवार को मेडिकल परीक्षण के लिए महिला जिला अस्पताल भेजा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवती ने वाहन का अधूरा नंबर बताया है। बावजूद उक्त स्कार्पियो महाराष्ट्र प्रांत के ¨सधुदुर्ग जिले का प्रतीत हो रहा है। उक्त जिले को इसकी जानकारी दे दी गई है। मुकदमा दर्ज करने में भी कंजूसी
रानी की सराय क्षेत्र में अगवा कर अनुसूचित जाति की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना में शामिल आरोपित युवकों के खिलाफ रानी की सराय पुलिस ने सिर्फ दुराचार की धारा 376 भादवि के तहत ही शनिवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, जबकि अनुसूचित जाति की किसी भी युवती के साथ इस प्रकार की वारदात होती है तो दुराचार की धारा के साथ ही पुलिस एससी-एसटी की धारा भी लगाती है। इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस के अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था। उनका कहना है कि विवेचना के दौरान धारा की बढ़ोत्तरी कर ली जाएगी।