Move to Jagran APP

शासन ने वरिष्ठ सहायक की फिर मऊ में की तैनाती

आजमगढ़ : शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार इस कदर कुंडली मारकर बैठा है कि कोई भी गलत कार्य धनबल पर आसानी से सही किया जा सकता है। इसका उदाहरण देखना है तो आजमगढ़ के बेसिक शिक्षा विभाग में देखने को मिल रहा है। यहां बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात रहकर 7

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Sep 2018 12:21 AM (IST)Updated: Sat, 22 Sep 2018 12:21 AM (IST)
शासन ने वरिष्ठ सहायक की फिर मऊ में की तैनाती
शासन ने वरिष्ठ सहायक की फिर मऊ में की तैनाती

आजमगढ़ : शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार इस कदर कुंडली मारकर बैठा है कि कोई भी गलत कार्य धनबल पर आसानी से सही किया जा सकता है। इसका उदाहरण देखना है तो आजमगढ़ के बेसिक शिक्षा विभाग में देखने को मिल रहा है। यहां बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात रहकर 78 परिषदीय शिक्षकों को नियम विरुद्ध तरीके से स्थानांतरण के मामले में निलंबित वरिष्ठ सहायक का शासन ने तीसरी बार आदेश जारी कर दिया। यह आदेश अब जनपद में तैनाती के लिए नहीं बल्कि मऊ जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग में तैनाती के लिए हो गया है। इसे लेकर शासन की करतूत पर प्रश्नचिह्न उठने लगा है।

loksabha election banner

वर्ष 2016 में सहायक अध्यापकों के स्थानांतरण का कोई आदेश नहीं आया था। इस बीच विभाग में पैठ रखने वाले ने एक नया विकल्प तलाश लिया। बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद की अनुमति का हवाला देकर विभागीय मिलीभगत से 259 लोगों का अनियमित तरीके से स्थानांतरण कर दिया था। इसकी शिकायत उच्च प्राथमिक विद्यालय जोलहा जमुआ बिलरियागंज के सहायक अध्यापक उमेश चंद राय ने आला अफसरों से की थी। आला अफसरों ने इसकी जांच कराई तो वरिष्ठ सहायक विधिचंद यादव दोषी पाए गए थे। उन्होंने 78 परिषदीय शिक्षकों का स्थानांतरण अनियमित तरीके से किया था। जांच में दोषी मिलने पर विधिचंद यादव को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक को जांच अधिकारी नामित किया गया था। विधिचंद को राजकीय बालिका इंटर कालेज बरवां लालगंज स्थानांतरित कर दिया गया था। इस बीच 15 सितंबर को वरिष्ठ सहायक शासन व सत्ता में अपनी पैठ बनाते हुए अपर शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय से अपना स्थानांतरण बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में करा लिया था। यहां पर तैनात वरिष्ठ सहायक रामाश्रय यादव को राजकीय बालिका इंटर कालेज बरवां लालगंज स्थानांतरित कर दिया गया था। 17 सितंबर को वरिष्ठ सहायक विधिचंद यादव बीएसए कार्यालय में कार्यभार ग्रहण करने वाले थे। इस आदेश की जानकारी जब शिकायतकर्ता उमेश चंद राय को हुई तो उन्होंने अपर शिक्षा निदेशक को वरिष्ठ सहायक की कारस्तानी की लिखित शिकायत साक्ष्य के साथ की थी। इस पर अपर निदेशक ने यह कहते हुए अपने आदेश को निरस्त कर दिया कि उनसे तथ्य छिपाकर आदेश कराया गया था। फिलहाल उसके आदेश को निरस्त कर दिया और विधिचंद को वहीं तैनात रहने का निर्देश दिया। इसके बाद अब उन्होंने एक और नया आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश में अपर निदेशक ने तत्काल प्रभाव से विधिचंद यादव को लालगंज से बेसिक शिक्षा अधिकारी मऊ कार्यालय में रिक्त वरिष्ठ सहायक के पद पर कर दिया है। उनके आदेश जारी करने फिर निरस्त करने और फिर जारी करने पर अंगुलियां उठ रही हैं। ''अभी तक लिखित रूप से कोई आदेश मुझे नहीं मिला है। पहले जनपद के लिए आदेश आया था तो वह निरस्त कर दिया गया था लेकिन मऊ में तैनाती की मुझे जानकारी नहीं है।

-योगेंद्र कुमार ¨सह, एडी बेसिक आजमगढ़ मंडल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.