खतरा बिदु से 26 सेमी नीचे बह रही घाघरा, दहशत
जासं रौनापार (आजमगढ़) घाघरा जैसे-जैसे खतरा बिदु के नजदीक पहुंच रही है। वैसे-वैसे कस्बा सहित तटवर्ती इलाके के लोगों की धड़कनें तेज हो रही है। नदी के उग्र होने के आसार से लोगों की नींद उड़ गई है। नदी के प्रलयंकारी रुख से तटवर्ती इलाकों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। तटवर्ती इलाकों में पानी घुस जाने से लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर जाने को विवश हैं।
जासं, रौनापार (आजमगढ़) : घाघरा जैसे-जैसे खतरा बिदु के नजदीक पहुंच रही है वैसे-वैसे तटवर्ती इलाके के लोगों की धड़कनें तेज हो रही है। नदी के उग्र होने के आसार से लोगों की नींद उड़ गई है। नदी के प्रलयंकारी विभीषिका से तटवर्ती इलाकों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। तटवर्ती इलाकों में पानी घुस जाने से लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर जाने को विवश हैं।
पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश से घाघरा के जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी अब खतरा बिदु 71.68 मीटर से मात्र 26 सेमी नीचे बह रही है। नदी जैसे-जैसे खतरा बिदु के नजदीक पहुंच रही है, वैसे-वैसे तटवर्ती इलाके के लोगों की धड़कनें बढ़ती जा रही हैं। मुख्य गेज बदरहुआ नाला पर 24 घंटे में घाघरा के जलस्तर में चार सेमी व डिघिया नाला गेज पर पांच सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि नदी का जलस्तर शनिवार की शाम चार बजे बदरहुआ नाला पर 71.38 मीटर व डिघिया नाला गेज पर 69.99 मीटर था। रविवार की शाम चार बजे बदरहुआ नाला गेज पर 71.42 मीटर व डीघिया नाला गेज पर 69.94मीटर पर बह रही है। नदी की प्रलयंकारी लहरें किसानों की भूमि पर टक्कर मार रही है। गांव में घुसे घाघरा के पानी से लोगों पर संकट खड़ा हो गया। बाढ़ प्रभावित ग्रामसभा अचल नगर, बगहा, मुरारी का पूरा, त्रिलोकी का पूरा व महाजी देवारा जदीद ग्राम सभा सहित आधा दर्जन गांवों गांवों के लोग दहशतजदा हैं।