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पूर्व सांसद दरोगा सरोज ने भाजपा छोड़ सपा का थामा दामन

आजमगढ़ सियासी दौड़ में शामिल होने के लिए आखिरकार एक बार पुन पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए। उन्हें मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। उधर सियासी खेमें यह भी चर्चा है कि पूर्व मंत्री व आजमढ़ सदर के सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के भतीेजे पल्हनी पूर्व ब्लाक प्रमोद यादव और भाजपा नेता छोटेलाल यादव उर्फ छोटई के पुत्र अजीत यादव को भी लखनऊ में सपा मुखिया ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।उधर पूर्व सांसद के सपा में शामिल होने के बाद चुनाव में खासा असर देखने की चर्चा हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 07:59 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 12:01 AM (IST)
पूर्व सांसद दरोगा सरोज ने भाजपा छोड़ सपा का थामा दामन
पूर्व सांसद दरोगा सरोज ने भाजपा छोड़ सपा का थामा दामन

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सियासी दौड़ में शामिल होने के लिए आखिरकार एक बार पुन: पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए। उन्हें मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। उधर, सियासी खेमे में यह भी चर्चा है कि पूर्व मंत्री व आजमगढ़ सदर के सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के भतीेजे पल्हनी पूर्व ब्लाक प्रमोद यादव और भाजपा नेता छोटेलाल यादव उर्फ छोटई के पुत्र अजीत यादव को भी लखनऊ में सपा मुखिया ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। उधर, पूर्व सांसद के सपा में शामिल होने के बाद चुनाव में खासा असर देखने की चर्चा हो रही है।

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वर्ष 1996 में पहली बार सपा ने दरोगा प्रसाद सरोज को बसपा के मुकाबले चुनाव मैदान में उतारा था जिसमें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 1998 में दरोगा सरोज ने यहां से जीत दर्ज कराई। इस दौरान यह सीट सपा के खाते में गई। 1999 में हुए मध्यावधि चुनाव में सपा अपनी सीट को बरकरार रखने के लिए तीसरी बार दरोगा सरोज को मैदान में उतारा, लेकिन इस बार बसपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था। 2004 में सपा के दरोगा सरोज बसपा को हराकर दूसरी बार सांसद चुने गए। 1996 से पांच चुनावों में दो बार लालगंज लोकसभा सीट पर सपा दरोगा के जरिए कब्जा जमा चुकी है। वर्ष 2009 में संपन्न हुए चुनाव में सपा प्रत्याशी तीसरे पायदान पर चले गए थे। इस दौरान बसपा के डा. बलिराम विजयी हुए। वर्ष 2009 में डा. बलिराम निर्वाचित हुए थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी नीलम सोनकर दूसरे स्थान पर थीं, जबकि सपा के दरोगा सरोज को 147182 वोट मिले थे। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे पूर्व सांसद दरोगा सरोज को 16 नवंबर 2012 को उस समय करारा झटका लगा, जब सपा ने प्रत्याशियों की पहली सूची में लालगंज लोकसभा से दूसरे चेहरे को उतार दिया। इसके बाद उन्होंने मोदी लहर में भाजपा का दामन थाम लिया। ''अब भाजपा में घुटन महसूस होने लगी थी। पार्टी नेतृत्व से बार-बार कहता रहा कि हमें टिकट न सही कोई पद तो दे दीजिए, लेकिन तवज्जो नहीं दी गई। आज मैं दिल्ली में था। उसकी समय सपा लखनऊ कार्यालय से कॉल आई। फ्लाइट से आया और सपा कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सदस्यता ग्रहण कराई। अब अपनी पुरानी पार्टी में आकर सुकून महसूस कर रहा हूं। मैं जब लखनऊ पार्टी कार्यालय में पहुंचा तो वहां प्रमोद यादव भी मौजूद थे।

-दरोगा प्रसाद सरोज, पूर्व सांसद, लालगंज संसदीय सीट। ''पूर्व सांसद दरोगा प्रसाद सरोज से फोन पर बात हुई है। उन्हें लखनऊ सपा कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई है। उनके घर वापसी के बाद निश्चित ही पार्टी को मजबूती मिलेगी।''

-हवलदार यादव, जिलाध्यक्ष, सपा।


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