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जिदगी है तो जहान है, यातायात नियमों का करें पालन

आजमगढ़ वर्तमान समय में लोगों की दिनचर्या व खान-पान की वजह से जोड़ों में दर्द शरीर में जकड़न तथा गठिया की शिकायत ज्यादा हो गई है। वृद्धावस्था में गठिया की शिकायत तो आम बात हो गई है। अब खानपान की वजह से युवाओं में जोड़ों की दर्द व हड्डियों में दर्द शुरू हो गई। ऐसे में पब्लिक की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इस रविवार दैनिक जागरण के प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में पीजीआई चक्रपानपुर के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. नितिन कुमार सिंह को आमंत्रित किया गया था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 11:39 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 11:39 PM (IST)
जिदगी है तो जहान है, यातायात नियमों का करें पालन
जिदगी है तो जहान है, यातायात नियमों का करें पालन

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : वर्तमान समय में लोगों की दिनचर्या व खान-पान की वजह से जोड़ों में दर्द, शरीर में जकड़न तथा गठिया की शिकायत ज्यादा हो गई है। वृद्धावस्था में गठिया की शिकायत तो आम बात हो गई है। अब खानपान की वजह से युवाओं में जोड़ों के दर्द व हड्डियों की बीमारी देखने को मिल रही है। ऐसे में पब्लिक की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रविवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में मिनी पीजीआइ चक्रपानपुर के अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. नितिन कुमार सिंह को आमंत्रित किया गया। उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और अपने सुझाव दिए। डा. सिंह ने बताया कि हमें यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। चालान से महत्वपूर्ण हमारी शरीर व हड्डियां हैं। बचपन व जवानी में शरीर व हड्डियों में लगी चोट बुढ़ापे में दर्द देती हैं, जिस पर दवा भी काम नहीं करती। ऐसे में शरीर को जितना सुरक्षित रखेंगे, बुढ़ापे में उतना ही स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने बताया कि लोगों की दिनचर्या व खान-पान ठीक नहीं है। कम उम्र में वजन बढ़ना, घुटनों व कमर में दर्द का कारक बनता है। इसका पहला उपाय खानपान व दिनचर्या में परिवर्तन है। घर में कमोट वाली लैट्रिन व स्टैंडिग किचन की आवश्यकता है। खानपान में तेल मसाला का प्रयोग कम करें। जोड़ों के दर्द या गठिया की शिकायत या लक्षण दिखाई दें तो तत्काल चिकित्सक से सलाह लें। साथ ही जांच कराकर इलाज कराएं। नहीं तो बीमारी बढ़ने से जोड़ का प्रत्यारोपण की आखिरी रास्ता बचता है।

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सवाल एवं जवाब :::::

सवाल : 38 वर्ष उम्र है, घुटने में दर्द होता है।

जवाब : पूर्व में लगी चोट के कारण दर्द हो रहा है। सीढ़ी चढ़ना कम करें, पल्थी मारकर कम बैठें, अंडा, दूध व कैल्शियम युक्त चीजों का सेवन करें। एक्सरे कराकर चिकित्सक से सलाह ले लें।

सवाल : उम्र ज्यादा हो गई है घुटने व जोड़ों में दर्द रहती है।

जवाब : गठिया की शिकायत है। एक्सरे कराकर चिकित्सक को दिखाएं, प्रत्यारोपण ही इलाज है। कम वजन रहेगी तभी प्रत्यारोपण सफल होगा।

सवाल : जोड़ों में दर्द होती है और शरीर में जकड़न रहती है।

जवाब : सुबह शरीर में जकड़न गठिया का लक्षण है। कम उम्र में भी गठिया हो सकती है। चिकित्सक को दिखाकर इलाज कराएं।

सवाल : पैर के जोड़ों मे दर्द रहता है।

जवाब : यूरिक एसिड व खून की जांच करा लें। अंडा व दूध का अधिक सेवन करें। सुबह की धूप में टहलें।

सवाल : जोड़ों में दर्द हो रहा है दवा से आराम नहीं हो रहा है।

जवाब : गठिया की शुरुआत है। घुटने का व्यायाम करें। जमीन पर पल्थी मारकर कम बैठे तथा सीढ़ी चढ़ने की कोशिश कम करें। आलू, चावल एवं मीठा का सेवन कम करें।

सवाल : घुटने के नीचे पैर में झनझनाहट होती है।

जवाब : कमर में नस दबने के कारण पैर में झनझनाहट होती है। एमआरआइ जांच करानी पड़ेगी, चिकित्सक की सलाह पर कैल्शियम की दवा ले सकते हैं।

सवाल : रीढ़ की हड्डी व शरीर के जोड़ों में दर्द होता है।

जवाब : लकड़ी के तख्ते पर पतला गद्दा बिछाकर सोएं। चिकित्सक की सलाह पर जांच कराकर इलाज कराएं।

सवाल : पीठ में दर्द होता है।

जवाब : एक्स-रे करा लें। पेट के बल लेटकर व्यायाम करें। चिकित्सक को दिखाकर इलाज कराएं।

सवाल : सोकर उठने के बाद एड़ी में दर्द रहता है। चलने-फिरने में तकलीफ होती है।

जवाब : उठने के बाद गर्म पानी में पैर रखें उसके बाद ठंडा पानी में फिर गर्म पानी में पैर रखकर सेकाई करें। आराम मिलेगा। खून की जांच करा लें तथा मुलायम चप्पल पहने।

सवाल : घुटने में अर्थराइटिस है, ठीक हो सकती है।

जवाब : ठीक हो सकती है लेकिन कम उम्मीद रहती है। दवा से कम किया जाता है या रोका जा सकता है। खत्म नहीं किया जा सकता। एक्सरे कराकर चिकित्सक से सलाह लें।

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इन्होंने पूछे सवाल::::

दिलीप कुमार सोनी लसड़ा खुर्द मार्टीनगंज, हरिश्चंद यादव खरिहानी, अखिलेश यादव नंदाव, संदीप ठेकमा, छोटेलाल गुप्ता गोड़हरा बाजार, मंगला प्रसाद प्रजापति जगदीशपुर, महेश कुमार सिंह बूढ़नपुर, बब्लू मालपार आजमगढ़, गीता तरवां, अखंड प्रताप सिंह अतरौलिया, सुभाष चंद्र बरनवाल, कैलाश नरायण सिंह सिंहपुर, अशोक सिंह मेंहनगर, सत्यनारायण यादव जमालपुर, राजेश सिंह किशुनपुर, अमित कुमार रैदोपुर, छट्ठू ठेकमा, चंद्रदेव यादव आजमगढ़, श्रीचंद रैदोपुर, दीपा देवी कंचनपुर आजमगढ़।


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