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फर्जी शिक्षक ने नहीं दिया स्पष्टीकरण, कार्रवाई तय

आजमगढ़ : शास्त्री उपाधि की डिग्री लगाकर मृतक आश्रित पर सहायक अध्यापक बना फर्जी अध्यापक की नौकरी जाना अब तय हो गया है। तीन बार मौका दिए जाने के बावजूद वह अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया है। ऐसे में उसकी बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है। डीआईओएस दो दिन के अंदर इसे बर्खास्त कर देंगे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jan 2019 09:32 PM (IST)
फर्जी शिक्षक ने नहीं दिया स्पष्टीकरण, कार्रवाई तय
फर्जी शिक्षक ने नहीं दिया स्पष्टीकरण, कार्रवाई तय

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : शास्त्री उपाधि की डिग्री लगाकर मृतक आश्रित पर सहायक अध्यापक बनने वाले शिक्षक की नौकरी जाना अब तय माना जा रहा है। तीन बार मौका दिए जाने के बावजूद उसने स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया है।

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ईशमार्ग संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुबारकपुर में लगभग पांच वर्ष पूर्व दुर्गेश पांडेय को मृतक आश्रित पर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति हुई थी। तबसे वह वेतन भी आहरित कर रहा है। इस बीच महराजगंज क्षेत्र के जमीन गंगुवा गांव निवासी चंद्रभान राजभर ने संयुक्त शिक्षा निदेशक आजमगढ़ मंडल के यहां नौ अक्टूबर 2018 प्रार्थना पत्र दिया कि दुर्गेश पांडेय की नियुक्ति फर्जी है। इस पर संयुक्त शिक्षा निदेशक ने डीआइओएस डा. वीके शर्मा को जांच कराने का निर्देश दिया था। जांच टीम गठित कर डीआइओएस ने जांच कराई तो टीम ने दुर्गेश पांडेय की नियुक्त को अवैध करार दिया था। डीआइओएस ने 19 दिसंबर 2018, सात जनवरी 2019 व 17 जनवरी तक सहायक अध्यापक को अपने समस्त मूल शैक्षिक प्रमाण पत्रों एवं एक प्रति स्वप्रमाणित शैक्षिक प्रमाण पत्रों के साथ प्रस्तुत होने का निर्देश दिया था। ''मृतक आश्रित नियुक्ति की वजह से सहानूभूति दी गई थी। मैं हाईकोर्ट विभागीय कार्य से आया हूं। कल या परसों बर्खास्त कर अग्रिम कार्रवाई कर दी जाएगी।''

-डा. वीके शर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक।


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