फर्जी निकली लूट, घायल फल व्यवसायी की जेब से मिले रुपये
लूट नहीं, घायल फल व्यवसाई के जेब से मिला रुपये
आजमगढ़ : रौनापार थाना क्षेत्र के जमीन रसूलपुर गांव के समीप गुरुवार की शाम को गोली मारकर फल व्यवसायी से हुई लूट की घटना जांच में फर्जी निकला। सीओ का कहना है कि जांच में गोली से घायल फल व्यवसायी की जेब से ही 35 हजार रुपये निकले। उन्होंने कहा कि रंजिश को लेकर बदमाशों ने गोली मारी थी। परिजनों के मुताबिक फल व्यवसायी को पहले से धमकी मिल रही थी।
बिलरियागंज थाना क्षेत्र के मदनापार (तकियापार) गांव निवासी 50 वर्षीय सूर्यभान यादव पुत्र बनवारी यादव की बिलरियागंज कस्बा में फल का थोक दुकान है। वह रौनापार क्षेत्र से तगादा कर गुरुवार की शाम को बाइक से घर लौट रहा था। रास्ते में जमीन रसूलपुर गांव के समीप पहले से घात लगाए बदमाशों ने उसे पेट में गोली मार दी। घायल फल व्यवसायी ने 35 हजार रुपये की लूट की बात पुलिस को बताई थी। सीओ सगड़ी सुधाकर ¨सह ने गोली से घायल फल व्यवसायी से लूट होने से इन्कार किया। उनका कहना है कि पुलिस ने जब छानबीन की तो घायल व्यवसायी के जेब से ही रुपये बरामद हो गए। उन्होंने कहा कि आपसी रंजिश को लेकर उसे बदमाशों ने गोली मारी है। व्यवसायी के घायल होने के चलते रंजिश का कारण अभी पता नहीं चल सका है, जबकि परिजनों का कहना है कि कुछ लोग फल व्यवसायी को पहले से धमकी दे रहे थे। धमकी को लेकर उन्होंने बिलरियागंज थानाध्यक्ष से लेकर सीओ सगड़ी से भी मिलकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। गोली से घायल व्यवसायी का इलाज वाराणसी के एक अस्पताल में चल रहा है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। रौनापार थानाध्यक्ष गिरिजेश ¨सह का कहना है कि फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। घटना को लेकर व्यापारियों ने सीओ को सौंपा ज्ञापन
जासं, बिलरियागंज (आजमगढ़) : बिलरियागंज के फल व्यवसायी सूर्यभान यादव पर हुए प्राणघातक हमले की घटना को लेकर कस्बा के व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापार मंडल बिलरियागंज के अध्यक्ष अमित कुमार गुप्त के नेतृत्व में शुक्रवार को व्यापारियों ने क्षेत्राधिकारी सगड़ी सुधाकर ¨सह से उनके कार्यालय में मिले। उन्होंने इस घटना की घोर ¨नदा की और जल्द से जल्द फरार हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग की। इस संबंध में व्यापारियों ने सीओ को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन देने वालों में दुर्गा प्रसाद गुप्त, दिनेश जायसवाल, आदित्य नारायण वर्मा, विनय मद्धेशिया, विशाल, राधेश्याम गुप्त, संदीप चौरसिया, अफ्ताक मंजूर, अर¨वद गुप्त, विनय मोदनवाल, अंबिका प्रजापति, राम अवध गुप्त आदि शामिल थे।