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प्रौढ़ को साक्षर बनाने का प्रयास

आजमगढ़ : राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाओं द्वारा समदी गांव में घर-घर जाकर प्रौढ़ों को साक्षर बनाने का प्रयास किया। इस दौरान माना कि अंधेरा घना है लेकिन दिया जलाना कहां मना है जैसे स्वयं सेविकाओं ने नारे लगाए। प्रौढ़ों में सीखने के प्रति कम रूचि को स्वयं सेविकाओं ने मुख्य बाधा के रूप में स्वीकार किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 08:53 PM (IST)Updated: Sun, 17 Feb 2019 12:05 AM (IST)
प्रौढ़ को साक्षर बनाने का प्रयास
प्रौढ़ को साक्षर बनाने का प्रयास

आजमगढ़ : राजकीय महिला महाविद्यालय समदी में राष्ट्रीय सेवा योजना के मद्देनजर स्वयं सेविकाओं द्वारा समदी गांव में घर-घर जाकर प्रौढ़ों को साक्षर बनाने का प्रयास किया गया। माना कि अंधेरा घना है, लेकिन दिया जलाना कहां मना है जैसे स्वयं सेविकाओं ने नारे लगाए। प्रौढ़ों में सीखने के प्रति कम रुचि को स्वयं सेविकाओं ने मुख्य बाधा के रूप में स्वीकार किया। फिर भी छात्र-छात्राओं ने हिम्मत न हारते हुए उन्होंने अपने संकल्प को पूरा किया। बच्चों को जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के बौद्धिक सत्र में हर्षा कालेज ऑफ एजुकेशन के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. मयंक पांडेय ने अपने ज्ञानवर्धक विचारों से स्वयं सेविकाओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग एवं शरीर सफाई पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि स्वयं स्वस्थ रहकर ही समाज की सच्ची सेवा की जा सकती है। एक स्वस्थ व्यक्ति समाज में किसी अंधेरे कमरे में जलती हुई मोमबत्ती के समान प्रकाश देता है। इस अवसर पर डा. सुनीता ¨सह, कार्यक्रम प्रभारी डा. ज्योति प्रजापति सहित आदि थे। दीदारगंज क्षेत्र के ओमप्रकाश मिश्र स्मारक पीजी कालेज मोलनापुर अहमद बख्श फुलेश के विशेष राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का शुभारंभ प्रबंधक कृष्णकांत मिश्र ने शुक्रवार को किया।

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