मलिन बस्तियों में शिक्षा का उजियारा था मकसद
जागरण संवाददाता चक्रपानपुर (आजमगढ़) महापंडित राहुल सांकृत्यायन जन पुस्तकालय कनैला में रविवार को पुस्तकालय के संस्थापक डा. अनिल कुमार पांडेय की प्रथम पुण्यतिथि मनाई गई। महापंडित के पौत्र तथा अनिल के चचेरे भाई विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि अनिल बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। जीवन भर दलितों शोषितों के लिए कार्य करते रहे। उनका मुख्य फोकस मलिन बस्तियों में शिक्षा का उजियारा था।
जागरण संवाददाता, चक्रपानपुर (आजमगढ़) : महापंडित राहुल सांकृत्यायन जन पुस्तकालय कनैला में रविवार को पुस्तकालय के संस्थापक डा. अनिल कुमार पांडेय की प्रथम पुण्यतिथि मनाई गई। महापंडित के पौत्र तथा अनिल के चचेरे भाई विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि अनिल बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। जीवन भर दलितों, शोषितों के लिए कार्य करते रहे। उनका मुख्य फोकस मलिन बस्तियों में शिक्षा का उजियारा था।
उन्होंने दिल्ली की मलिन बस्तियों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा हेतु राहुल विद्यालय का संचालन आरंभ किया। भारत सरकार की सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड से वीआरएस लेकर कार्ल मार्क्स की विचारधारा से प्रभावित होकर सामाजिक कार्य में जुट गए। उन्होंने अपनी जन्मभूमि कनैला में राहुल जन पुस्तकालय की स्थापना की जिसे उनकी धर्मपत्नी ऊषा पांडेय चला रही हैं। विचार गोष्ठी में महापंडित के भतीजे रामविलास पांडेय, राम नारायण पांडेय, दुर्गा प्रसाद पांडेय ने विचार व्यक्त किया। इसके पूर्व लोगों ने अनिल और महापंडित राहुल सांकृत्यायन के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। अध्यक्षता डा. दिनकर राय तथा संचालन डा. राजीव पांडेय ने किया। शंभू नाथ पांडेय, रमेश पांडेय, मेंहदी हसन, जंग बहादुर यादव, प्रदीप राजभर, नंदलाल वर्मा, जोगिदर वर्मा आदि रहे।