Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आजमगढ़ में रंगदारी मांगने पहुंचे बदमाशों ने विरोध करने पर चिकित्सक को असलहे के बट से मारकर किया घायल

    By saurabh singhEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sat, 01 Nov 2025 05:22 PM (IST)

    एक घटना में, कुछ बदमाशों ने एक चिकित्सक से रंगदारी मांगी। जब चिकित्सक ने विरोध किया, तो बदमाशों ने उसे असलहे के बट से मारकर घायल कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    Hero Image

    घटना स्थल पर मामले की जांच करती पुलिस।

    जागरण संवाददाता, आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल नगर पंचायत अंतर्गत पुलिस चौकी से मात्र चार सौ मीटर दूरी पर बाइक सवार दो बदमाशों ने एक चिकित्सक के सिर पर असलहा के बट से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है। समसल्लीपुर निवासी चिकित्सक वीरेंद्र प्रजापति प्रतिदिन की तरह शनिवार को माहुल बाजार के अहरौला रोड स्थित अपने क्लीनिक में बैठे हुए थे। इसी दौरान एक बाइक पर दो बदमाश असलहा लेकर क्लीनिक पहुंचे। एक बदमाश कनपटी पर कट्टा सटा दो लाख रुपये की रंगदारी मांगने लगा। विरोध करने पर वह गाली देते हुए मारपीट करने लगा।

    वीरेंद्र भी बदमाश से भि‍ड़ गए, हाथपाई में बदमाश ने कट्टा के बट से वीरेंद्र के सिर कई वार किया। लहूलुहान होने के बाद भी विरेंद्र ने बदमाश का हाथ नहीं छोड़ा। लड़ते-लड़ते दोनों क्लीनिक के बाहर सड़क पर आ गए। हाथापाई में दोनों सड़क किनारे कीचड़ में गिर पड़े। गिरने के क्रम में कट्टा बदमाश के हाथ से छूटकर वीरेंद्र के हाथों में पहुंच गया। स्थिति पलटा देख बदमाश बाइक से फरार हो गए।

    पीड़ित वीरेंद्र प्रजापति ने पुलिस पर आरोप लगाते बताया कि माहुल चौकी इंचार्ज सुधीर सिंह मौके पर पहुंचे लेकिन बदमाशों को पकड़ने की बजाए तमाशबीन बने रहे। चौकी इंचार्ज थाने पर अपने साथ लेकर जाने के बजाय चिकित्सक को खुद असलहा लेकर थाने पहुंचने को कहा। थाने पहुंचने पर यहां मौजूद पुलिस कर्मी ने तहरीर लेने से मना कर दिया।

    इसके बाद नाराज चिकित्सक ने एसपी को फोन कर घटना की सूचना दी। शिकायत के दो घंटे बाद थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार थाने पहुंच तहरीर लिया। वहीं माहुल पुलिस चौकी प्रभारी के इस रवैये से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।