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फूलपुर में दिव्यांग बच्चे बने महोत्सव की शान

फूलपुर में आयोजित दो दिवसीय आजमगढ़ महोत्सव का शुभारंभ तीन मासूम दिव्यांग रवि प्रवीण व ज्ञानी ने फीता काटकर किया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 12:49 AM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 12:49 AM (IST)
फूलपुर में दिव्यांग बच्चे बने महोत्सव की शान
फूलपुर में दिव्यांग बच्चे बने महोत्सव की शान

जासं, फूलपुर (आजमगढ़) : फूलपुर में आयोजित दो दिवसीय आजमगढ़ महोत्सव का शुभारंभ तीन मासूम दिव्यांग रवि, प्रवीण व ज्ञानी ने फीता काटकर किया। उपस्थित लोगों ने प्रशासन के इस कदम को खूब सराहा और उनकी सोच को सलाम किया। वहीं इंद्रदेव भी कलाकारों के स्वागत में पहले से ही तैयार दिखे। दिव्यांगों से कराया गया उद्घाटन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।

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इस दौरान सरस्वती स्कूल की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। प्रसाद राजकीय महाविद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। बारिश के कारण महोत्सव में बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग के स्टॉल, ब्लैक पॉटरी, टेराकोटा उद्योग, एनआरएलएम के स्टाल भी प्रभावित हुए। बारिश के चलते खेल महोत्सव, रंगोली, मेंहदी, चित्रकला प्रतियोगिता को निरस्त कर दिया गया। देर शाम आयोजित महोत्सव में एक तरफ जहां ऐतिहासिक धरोहर तो वहीं दूसरी तरफ पारंपरिक विधाओं के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति की। पूरी तरह गंवई परिवेश को समेटे प्रदर्शनी ने एक बार पुन: पुरानी वस्तुओं की याद ताजा कर दी, जबकि स्थानीय कलाकारों की एक से एक प्रस्तुति सराही गई। अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाओं ने भी अफसर, जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों का ध्यान खींचा। उधर, ग्रामीण इलाकों में पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ग्रामीणों का उत्साह देखते बन रहा था। इस दौरान निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी आकर्षण का केंद्र रही। उपजिलाधिकारी वागीश शुक्ला, तहसीलदार नवीन प्रसाद, नायब तहसीलदार पंकज शाही, नगर पंचायत अध्यक्ष शिवप्रसाद जायसवाल ने स्टालों का अवलोकन किया।

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फिल्म के माध्यम से दिखाया क्षेत्र का इतिहास : महोत्सव में फिल्म के माध्यम से लोगों ने फूलपुर का इतिहास, ऐतिहासिक धरोहरों, ऋषियों की धरती, कैफी आजमी के गांव मेजवां, स्व. मुख्यमंत्री रामनरेश यादव का गांव, माहुल नगर पंचायत में ब्रिटिश सरकार से लड़ाई, फूलपुर तहसील के प्रसिद्ध लाल मिर्चा का इतिहास जाना। ऋषि दुर्वासा की तपोस्थली का वर्णन किया गया। इसके माध्यम से लोगों ने यह जाना कि फूलपुर तहसील ऋषि-मुनियों, किसानों व जननेता की धरती है। इसके अलावा विविध जानकारी डाक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से दी गईं।


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