मामला जमीन दखल का, निस्तारण में दर्शाया पति-पत्नी का झगड़ा
मुख्यमंत्री आमजन की शिकायतों के निस्तारण को लेकर गंभीर हैं लेकिन वहीं आनलाइन सिस्टम पूरी तरह बेपटरी है। शिकायतों की अनदेखी की जा रही है वहीं निस्तारण के नाम पर भी खानापूर्ति या यूं कहे कि मजाक किया जा रहा है। एक ऐसा ही मामला लालगंज तहसील के गांव सरावां के दुष्यंत कुमार सिंह का है। आईजीआरएस (समन्वित शिकायत निस्तारण प्रणाली) जनसुनवाई पोर्टल पर पांच जुलाई 2019 को पोखरी व भीटा पर अतिक्रमण को लेकर शिकायत की। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने न्यायालय में याचिका व निर्णय आदि का भी हवाला दिया। शिकायतकर्ता इस उम्मीद में था कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा व निस्तारण भी होगा लेकिन जब आनलाइन जांच रिपोर्ट की आख्या आई तो वह देख दंग रह गया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मुख्यमंत्री आमजन की शिकायतों के निस्तारण को लेकर गंभीर हैं लेकिन वहीं आनलाइन सिस्टम पूरी तरह बेपटरी है। शिकायतों की अनदेखी की जा रही है वहीं निस्तारण के नाम पर भी खानापूर्ति या यूं कहे कि मजाक किया जा रहा है। एक ऐसा ही मामला लालगंज तहसील के गांव सरावां के दुष्यंत कुमार सिंह का है। आईजीआरएस (समन्वित शिकायत निस्तारण प्रणाली) जनसुनवाई पोर्टल पर पांच जुलाई, 2019 को पोखरी व भीटा पर अतिक्रमण को लेकर शिकायत की। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता ने न्यायालय में याचिका व निर्णय आदि का भी हवाला दिया। शिकायतकर्ता इस उम्मीद में था कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा व निस्तारण भी होगा लेकिन जब आनलाइन जांच रिपोर्ट की आख्या आई तो वह देख दंग रह गया।
कुछ यूं भेज दी जांच रिपोर्ट
. शिकायतकर्ता का नाम माया देवी पत्नी अर्जुन यादव ग्राम गंगापुर थाना बरदह आजमगढ़। शिकायत व आरोप पति पत्नी के संबंध में विवाद। जांच का निष्कर्ष.. प्रार्थिनी माया देवी और उनके पति अर्जुन यादव के बीच किसी बात को लेकर गरमा गरमी हो गई। जिसको लेकर दोनों पक्ष थाना आए थे। जांच अधिकारी का कहना है कि दोनों पक्ष को समझाया गया परंतु दोनों मानने को तैयार नहीं हुए। फिर अगले दिन बुलाया गया और कहा गया कि आपका मेडिकल कराने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा लेकिन अगले दिन शिकायतकर्ता थाने नहीं आए। फोन करने पर फोन नहीं उठाया जाता है या काट दिया जाता है। इस वजह से मुकदमा नहीं लिखा जा सका।
पोर्टल के 1076 पर शिकायत
शिकायतकर्ता का आरोप है कि आइजीआरएस पोर्टल के हेल्पलाइन नम्बर 1076 नम्बर पर जब शिकायत संदर्भ संख्या 40019119013065 को बता कर जानकारी ली तो बताया गया कि इस संदर्भ संख्या से आपकी कोई शिकायत दर्ज नहीं है।
जिलाधिकारी से न्याय की मांग
शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी देते हुए न्याय की मांग की है। पत्र के जरिए अनुरोध किया है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो दबंग लोग पोखरा व भीटा अपने कब्जे में ले लेंगे। साथ ही न्यायालय के आदेश का भी अपमान होगा।