मेजवां गांव में डिग्री कालेज खोलने की योजना
जासं, फूलपुर (आजमगढ़) : फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी अपने पैतृक गांव प्रवास के तीसरा दिन रविवा
जासं, फूलपुर (आजमगढ़) : फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी अपने पैतृक गांव प्रवास के तीसरा दिन रविवार को फतेह मंजिल में बिताया। यहां कई समाजसेवी संगठन से जुड़े लोगों ने मुलाकात कीं। इस दौरान रेल परामर्शदात्री समिति के सदस्य शाह आलम कुरैशी ने शबाना से मुलाकात कर आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर लाइन संख्या दो व तीन पर अब तक प्लेटफार्म न बनने की बात बताई। इसके अलावा कैफियात डाउन के आए दिन पांच से छह घंटा विलंब से आने की जानकारी दी। इस पर शबाना आजमी अपने अब्बू कैफी आजमी के नाम से चल रही कैफियात ट्रेन के आए दिन आजमगढ़ में विलंब से आने पर ¨चतित हैं। उन्होंने शाहआलम कुरैशी से 15 दिन का कैफियात के विलंब से आने और जाने का विवरण मांगा है। इसे वे रेलवे बोर्ड को देंगी। उन्होंने कहा कि कैफी आजमी के सपनों को पूरा करने के लिए मेजवां गांव में डिग्री कालेज खोलने की योजना है। इसके लिए भूमि की तलाश जारी है।
रविवार को नम्रता गोयल, बाबा आजमी और मुहम्मद हसन डिग्री कालेज के ¨प्रसिपल डा. मुहम्मद कादिर के साथ समीपवर्ती गांव बख्शपुर में भूमि का स्थलीय निरीक्षण भी किया। शबाना आजमी लगभग 10 बजे गांव में कुटीर उद्योग के तहत निर्मित मेक इंडिया अगरबत्ती कार्यशाला स्थल पर पहुंची। जहां मेक इंडिया के संस्थापक घनश्याम प्रजापति और उससे जुड़ी महिलाओं ने शबाना का भव्य स्वागत किया। इस दौरान शबाना आजमी ने कमाने वाला खाएगा, नया जमाना आएगा नारा भी लगवाया। उन्होंने अगरबत्ती निर्माण से जुड़ी महिलाओं की। इस काम से जुड़ी सीमा, रीनू, अनिता, उर्मिला, कुमारी, मालती, सरस्वती, प्रेमा से कहा कि इससे मिलने वाली आमदनी को बैंक में रखें। शबाना आजमी ने इस कार्य की शुरुआत 2009 में शुरू की थी। उस समय आठ से 10 महिलाएं जुड़ी थीं। जब इसका दायरा बढ़ा तो 100 से अधिक महिलाएं जुड़ गईं। घनश्याम ने बताया कि 2008 में दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी में मेक इंडिया की टीम ने प्रतिभाग किया था। अब काफी संख्या में महिलाएं इस कार्य से जुड़कर आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने शबाना से बताया कि एक महिला इस काम से जुड़कर स्वत: रोजगर के तहत 1000 से 1200 रुपये प्रति माह कमा सकती हैं। इस मौके पर सुषमा, पुजा, विकास तिलकधारी, मुकेश ¨सह, गोपाल, संयोगिता, कुबेर आदि रहे।