बंद रेलवे क्रॉसिग, अधिकारियों ने साधा मौन
आजमगढ़ शाहगंज से मऊ के बीच पहले से कई रेलवे क्रॉसिग बनी थी। आमान परिवर्तन के बाद वर्ष 201
जासं, आजमगढ़ : शाहगंज से मऊ के बीच पहले से कई रेलवे क्रॉसिग बनी थी। आमान परिवर्तन के बाद वर्ष 2018 को इन्हें रेलवे ने बंद कर दिया। इन रेलवे क्रॉसिग से होते हुए गाड़ियां होकर गुजरती थीं। हालांकि विभाग ने रेल लाइन के बगल से आने-जाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कहीं थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो सका। रेलवे क्रॉसिग न बंद हो इसके लिए लोगों ने रेलमंत्री, क्षेत्रीय विधायक, सांसद समेत अन्य अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन जिम्मेदारों ने मौन साध लिया। काफी दूरी तय कर लोग बाजार जा रहे हैं। बारिश के दिनों में तो लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
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क्रॉसिग न बंद करने की उठी आवाज
आजमगढ़ : शाहगंज वाया आजमगढ़ होकर मऊ जाने वाले रेल ट्रैक पर पड़ने वाले बहुतायत मानवरहित रेलवे क्रासिग को बंद कर दिया गया। स्थानीय लोगों को आवागमन में परेशानी न हो इसके लिए रेलवे प्रशासन ने संबंधित मानवरहित समपार क्रासिग के वैकल्पिक रास्ता निर्माण की स्वीकृति दे दी लेकिन आज तक नहीं बन सकी। रेलवे द्वारा जब क्रासिगों को बद किया जा रहा था तो ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। इसके बाद भी जिम्मेदार नहीं चेते। लोग किसी तरह इधर-उधर से गुजरने को विवश है।
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रेलवे क्रॉसिग बंद होने के चलते स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं, महिलाओं व अन्य लोगों को घूमकर बेलइसा जाना पड़ता है। रोड भी नहीं बनाया गया है जिससे विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले लोगों को भी दुश्वारियां उठानी पड़ती हैं। जिम्मेदारों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। - रामबचन यादव, जाफरपुर, आजमगढ़।
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रेलवे क्रॉसिग बंद होने की सूचना पर मुहल्ले के लोगों ने मार्ग जाम कर प्रदर्शन किया। कई बार अधिकारियों से मिले। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। हम लोग अब आंदोलन का मन बना रहे हैं। - राजकुमार, जाफरपुर, आजमगढ़।
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मोहल्ले की सबसे बड़ी समस्या बंद रेलवे क्रॉसिग है। इसके बाद भी जनप्रतिनिधि इस समस्या के निराकरण के लिए ठोस कदम नहीं उठा रहे। रेलवे ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सड़क का निर्माण कराने के लिए कहा तो था लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। - तेज प्रताप सिंह, जाफरपुर, आजमगढ़।
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बिना वैकल्पिक रास्ता दिए हुए ही रेलवे ने क्रासिग बंद कर दिया। रास्ता न होने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लंबी दूरी तय कर मार्केट जाना पड़ रहा है। अभी तक रास्ते का निर्माण भी नहीं हो सका है।
-संदीप गोंड, नीबी, आजमगढ़
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