अस्पताल की दुर्व्यवस्था को लेकर आंदोलित हुए शहरवासी
आजमगढ़ : जिला महिला चिकित्सालय में आएदिन हो रही प्रसूताओं की मौत और दुर्व्यवस्था को लेकर आधी आबादी भी मुखर हो गई हैं। शनिवार को जागो नारी शकति संगठन का प्रतिनिधिमंडल कुसुमलता बौद्ध के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर जिला महिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने की मांग उठाई वहीं उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ ने अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं आजमगढ़ मंडल को ज्ञापन सौंपा
आजमगढ़ : जिला महिला चिकित्सालय में आए दिन हो रही प्रसूताओं की मौत और दुर्व्यवस्था को लेकर नागरिकों, छात्रों के साथ आधी आबादी भी मुखर हो गई है। शनिवार को जागो नारी शक्ति संगठन का प्रतिनिधि मंडल कुसुमलता बौद्ध के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर जिला महिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने की मांग उठाई, वहीं उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ ने अपर निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं आजमगढ़ मंडल को ज्ञापन सौंपा और वर्षो से एक ही स्थान पर जमे डाक्टर व कर्मचारियों का स्थानांतरण एवं मरीजों को मिलने वाली समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने की मांग की।
शिब्ली नेशनल पीजी के छात्रों ने अस्पताल के गेट पर पुतला फूंका और आपरेशन करने वाले डाक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर लालजीत यादव, विमल यादव, शबाना, जलालुद्दीन आजमी, आशुतोष चौहान, उमेश गौतम, ईशदत्त यादव आदि मौजूद थे।
नारी शक्ति संगठन की सदस्यों ने कहा कि महिला अस्पताल के डाक्टरों की गुंडागर्दी चरम सीमा पर है। सीएमएस कई सालों से महिला अस्पताल में दबंगई करती आ रही है। संगठन वालों से भी अभद्र व्यवहार करती हैं। गरीब जनता इन डाक्टरों से तंग आ गई है। ऐसे डाक्टर को महिला अस्पताल में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे डाक्टरों को जल्द से जल्द यहां से निलंबित कर हटाया जाए। अगर इनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को बाध्य होंगी। इस अवसर पर किरन कुमारी, चंचल शर्मा, ममता देवी, संतोषी यादव, पूनम मौर्य, पूजा देवी, चंदा चौहान, सुशीला मौर्य उपस्थित थीं। उप्र अभिभावक महासंघ के सचिव गोविंद दुबे ने कहा कि जिला महिला अस्पताल में व्याप्त दुर्व्यवस्था व लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। इसके बाद भी शासन प्रशासन अस्पताल कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। अस्पताल में दवा की उपलब्धता न होने से गरीब मरीजों को बाहर से दवा लेना पड़ रहा है। अस्पताल के आपरेशन थियेटर में लगे एसी, लाइट आदि उपकरणों का रख रखाव सही नहीं है। प्रशासनिक अमले या स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी इस महिला अस्पताल के ओटी, ओपीडी का निरीक्षण करना उचित नहीं समझता है। इसके कारण दिन प्रतिदिन यहां दुर्व्यवस्थाओं का अंबार व डाक्टर एवं कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ रही है। इस अवसर पर अमितलता ¨सह, सुमन ¨सह, चंदा तिवारी, सिंपी राय, वंदना पांडेय, अखिलेश ¨सह, मोहन कुमार, विवेक कुमार पांडेय, राकेश मौर्य, राहुल मौर्य, अजय कुमार राय, भानू प्रताप ¨सह, संजीव कुमार ¨सह, मुकेश ¨सह, यादवेन्द्र मिश्रा, अम्बरीश ¨सह, दीनू उपाध्याय, राजेश गिरी आदि मौजूद थे।