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सावधान! 329 पहुंची वायुमंडल के खतरनाक कणों की संख्या

जागरण संवाददाता आजमगढ़ सतर्क रहिए। मौसम की मुश्किलें हद पार करने लगीं हैं। कोहर

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 04:52 PM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 04:52 PM (IST)
सावधान! 329 पहुंची वायुमंडल के खतरनाक कणों की संख्या
सावधान! 329 पहुंची वायुमंडल के खतरनाक कणों की संख्या

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सतर्क रहिए। मौसम की मुश्किलें हद पार करने लगीं हैं। कोहरे के प्रकोप के कारण वायुमंडल में खतरनाक कणों की संख्या 329 तक जा पहुंची। ऐसे में बगैर मास्क के श्वांस लेना बीमारियों को दावत देने के बराबर है। श्वांस, दमा के रोगियों के लिए एक चूक उन्हें गंभीर मुश्किल में डाल सकती है। कोहरे के प्रकोप के कारण धीरे-धीरे जन-जीवन असामान्य होने से सड़कों पर वाहन रेंगकर चले तो खेती -बाड़ी भी मुश्किल में पड़ने लगी है। ऐसे में कई दिनों से स्थिर तापमान ने भी तेवर दिखाए तो सभी के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो जाएगी।

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शुक्रवार को तड़के तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा। लेकिन कोहरे के प्रकोप के कारण चहुंओर धुंध दिखाई दे रही थी। ऐसी कि सूर्योदय के बाद भी लोगों के लिए घरों से बाहर निकलना गंवारा नहीं था। राहत की बात यह कि दिन में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस ही बने रहने व कोहरे की मौजूदगी पूरे दिन आंशिक ही सही बने रहने का अनुमान लगाया गया, जो दिन चढ़ने के साथ दिखाई भी दिया। एक्यूआइ के आंकड़े जरूर रोज भयावहता का संकेत दे रहे हैं। शुक्रवार को इंडेक्स पर अंक 329 रहा जो कि एक दिन पूर्व 246 जबकि उससे पूर्व क्रमश: 204 व 173 रहा था। इसका लगातार बढ़ना सेहत के लिए खतरनाक माना जा रहा है। मौसम की मुश्किलों का असर शहर से लेकर गांव तक में देखने को मिला। कोहरे की चादर से ढकी सड़कों पर वाहन जहां रेंगकर चलते नजर आए तो ग्रामीण क्षेत्रों में दरवाजों पर लोग अलाव से चिपके रहे।

बचाव को अपनाएं ये उपाय

1-फुल आस्तीन के कपड़े पहनें।

2-सुबह कमरे का खिड़की-दरवाजा न खोलें।

3-श्वांस व दमा के मरीज सुबह टहलने न जाएं।

4-गुनगुना पीने की आदत डालें।

5-मास्क पहनकर ही बाहर निकलें।

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वर्जन ..

आजमगढ़ : शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डा. अशोक सिंह ने कहा कि मास्क सिर्फ कोरोना ही नहीं अब मौसम की मुश्किलों से भी बचाएगा। ऐसे मौसम में तड़के घरों से कहीं जरूरी होने पर ही निकलना चाहिए। वृद्धों, बच्चों को विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है। बिस्तर से उठकर सीधा कमरे या फिर घर से बाहर न निकलें। तापमान में अचानक बहुत ज्यादा अंतर होना मुश्किलें खड़ी कर सकता है।


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