42 लाख के लूटकांड में चार माह बाद भी खाकी के हाथ खाली
बरदह थाना क्षेत्र के दुबरा बाजार में चार माह पूर्व सराफा की दुकान में हुई डकैती की घटना में शामिल बदमाशों को जमीन निगल गयी या आसमान? एडीजी ने इस दुस्साहसिक घटना को चैलेंज
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : चार माह पूर्व बरदह थाना क्षेत्र के दुबरा बाजार में दिनदहाड़े सराफा दुकान पर पड़ी 42 लाख के जेवरात की डकैती कोई कैसे भूल सकता है। दो बाइकों पर सवार पांच बदमाशों ने वारदात कर लोगों को दहला दिया था। सरकार तक की किरकिरी हुई तो एडीजी को खाकी में दम भरने पहुंचना पड़ गया। उन्होंने मातहतों से पलटवार करने को कहा। मीडिया से बोले चैलेंज के रूप में घटना को लिया हूं, तो लगा बदमाशों के दिन लद जाएंगे। हुआ ठीक उलट, बदमाश तो पकड़े नहीं जा सके, अलबत्ता लूट की घटनाएं होने से पब्लिक का भरोसा पुलिस से उठने जरूर लगा है।
जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाना अंतर्गत बंजारेपुर गांव निवासी संजय कुमार सेठ पुत्र रामसमुझ सेठ की दुबरा बाजार में सराफा की दुकान है। 12 फरवरी की शाम को उनकी दुकान पर दो बाइक से पांच बदमाश आए। बदमाश असलहों से भयभीत कर लगभग 42 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर लूटकर भाग निकले थे। बदमाशों को रोकने की कोशिश हुई तो दुस्साहस दिखाते हुए निहत्थे बाजारवासियों पर गोलियां चलाईं थीं जिसमें पांच लोग घायल हो गए थे। बाजारवासी इसके बाद भी हिम्मत नहीं हारे। बाइक से भाग रहे बदमाशों पर पथराव कर दिया था। पत्थर लगने से एक बदमाश के हाथ से थैला छूट गया, जिससे जेवरात एवं पिस्टल गिरने की बात सामने आई थी। तत्कालीन इंस्पेक्टर समेत कुछ अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की थी। एसपी प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि डकैती में शामिल बदमाशों की पहचान हो चुकी है। पुलिस टीमें लगी हैं, जल्द ही गिरफ्तारी हो जाएगी।