भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा आंगनबाड़ी केंद्र का भवन निर्माण
जागरण संवाददाता, तहबरपुर (आजमगढ़) : सरकार द्वारा विकास के नाम पर करोड़ों रुपये पानी
जागरण संवाददाता, तहबरपुर (आजमगढ़) : सरकार द्वारा विकास के नाम पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। गांवों में स्कूल से लगायत आंगनबाड़ी केंद्र बनवाए जा रहे हैं लेकिन विभागीय भ्रष्टाचार के कारण वर्षों बाद भी भवन निर्माण अधूरे पड़े हैं। इसका उदाहरण भुइधरपुर गांव में बने आंगनबाड़ी केंद्र के भवन को ही ले लिया जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी। इस आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण 2012-13 में जिला पंचायत द्वारा शुरू किया गया था। पांच वर्षों बाद भी भवन का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया। शासन द्वारा चयनित इस लोहिया गांव में आंगनबाड़ी केंद्र भवन के लिए धन आवंटित हुआ और खर्च भी हो गया। भवन की छत तो पड़ गई लेकिन दरवाजे, जंगले, फर्श व शौचालय सहित अन्य कार्य आज भी अधूरे पड़े हैं। इतना ही नहीं इस गांव में दो आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत हुए थे और धन भी उपलब्ध हो गया था। काफी मशक्कत के बाद तो एक का आधा अधूरा निर्माण हुआ लेकिन एक की बुनियाद खोद कर छोड़ दी गई है। गांव के संजय ¨सह, मेढ़ई राजभर, रामबचन यादव, रामविजय चौहान, श्यामलाल यादव आदि ने आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण कराने की मांग की है। इस संबंध में सीडीपीओ मनोज कुमार ¨सह ने बताया कि अधूरे भवन निर्माण को पूरा कराने के लिए विभाग को पत्र लिखा गया है लेकिन सब प्रभावहीन ही रहा।