मंडलीय अस्पताल में मुफ्त होगा फेको विधि से आंखों का ऑपरेशन
इत्मीनान रखिए ..। इसी महीने मंडलीय अस्पताल में फेको वि
जागरण संवाददाता बलरामपुर (आजमगढ़) : इत्मीनान रखिए ..। इसी महीने मंडलीय अस्पताल में फेको विधि से आंखों का ऑपरेशन शुरू हो जाएगा। शासन ने इसके लिए एक निजी कंपनी को नामित करते हुए मंजूरी दे दी है। आंखों की दुश्वारियों से जूझ रहे गरीबों के लिए ऑपरेशन की अत्याधुनिक व्यवस्था सरकार का उपहार होगी। लाजिमी भी कि गरीबों को निजी अस्पतालों में फेको विधि से ऑपरेशन कराने के लिए 12 से 35 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ते थे।
फेको विधि क्या है?
आंखों के ऑपरेशन की नई तकनीकि का नाम फोको है। सर्जन आंखों में चीरा लगाने के बजाए 2.6 एमएम का एक बारीक छेद कर सफेद मोतिया को उसी में घोल देते हैं। जबकि पुरानी विधि में आखों को स्थिर करने के लिए सर्जन उसे इंजेक्शन के जरिये सुन्न करते थे। मरीज को ठीक होने में एक पखवाड़े से लेकर महीने भर तक का समय लग जाता है। फेको विधि से ऑपरेशन कराने के बाद मरीज अधिकतम एक सप्ताह में दुरुस्त हो जाता है।
ट्रेंड किए जाएंगे अस्पताल के सर्जन
यूं तो जिला अस्पताल के डॉक्टर पहले से प्रशिक्षित हैं। फेको विधि से ऑपरेशन करने में असहज महसूस किए तो उनकी ट्रेनिग कराने की भी व्यवस्था होगी। नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि फेको विधि से ऑपरेशन में साधारण व फोल्डेबल लेंसों को आंखों में प्रत्यारोपित करना सरल होता है। मरीजों को एक दिन में ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है।
वर्जन
फेको मशीन के लिए भेजी गई डिमांड को मंजूरी मिल गई है। एक निजी कंपनी को मशीन लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मरीजों की आंखों में साधारण और फोल्डेबल दोनों लेंस आसानी से प्रत्यारोपित करना आसान होता है। जरूरत पड़ी तो चिकित्सकों को प्रशिक्षित भी कराने की व्यवस्था की जाएगी।
अनूप कुमार सिंह, एसआइसी।