Azamgarh News: जलस्तर घटने के बाद भी खतरा निशान से ऊपर बह रही सरयू; किशुनदासपुर बना सुनवाई केंद्र
Azamgarh News- डिघिया नाला गेज स्थल पर नदी अभी खतरा निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कई गांवों के रास्ते अभी भी पानी में डूबे हैं और आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
आजमगढ़, जागरण संवाददाता। सगड़ी तहसील के उत्तरी छोर पर बहने वाली सरयू के जलस्तर में दूसरे दिन शुक्रवार को भी कमी रिकार्ड की गई, लेकिन समस्या अभी कम नहीं हुई है। डिघिया नाला गेज स्थल पर नदी अभी खतरा निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कई गांवों के रास्ते अभी भी पानी में डूबे हैं और आवागमन के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। राहत की बात यह रही कि कई दिनों से सरयू में छोड़ा जाने वाला पानी शुक्रवार को नहीं छोड़ा गया।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि अगर दोबारा पानी नहीं छोड़ा गया, तो कुछ दिन में बाढ़ का संकट टल जाएगा। हालांकि अभी भी 45 गांव पानी से घिर जाने के कारण समस्या समाप्त नहीं हुई है। जहां पानी कम है वहां पैदल ही पानी से होकर आवागमन विकल्प बना है।
रास्तों के साथ फसलों के जलमग्न होने से किसानों की चिंता कम नहीं हो रही है। देवारा खास राजा, चक्की, बूढ़नपट्टी, बांका, सोनौरा, अभ्भनपट्टी, अजगरा, शाहडीह, भदौरा आदि गांवों के लोग ज्यादा परेशान हैं, क्योंकि यह निचले हिस्से में बसे हैं।
डिघिया नाला गेज स्थल पर गुरुवार को 71.55 मीटर जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो शुक्रवार को 64 सेमी घटकर 70.91 मीटर पर पहुंच गया। यहां खतरा बिंदु 70.40 मीटर है। बदरहुआ नाला गेज पर गुरुवार को 72.47 जलस्तर था, जो शुक्रवार को 73 सेमी घटकर 71.74 मीटर पर आ गया। यहां खतरा बिंदु 71.68 मीटर है।
‘निरहुआ’ का शूटिंग स्थल किशुनदासपुर बना जनसुनवाई केंद्र
फूलपुर। सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का शूटिंग स्थल किशुनदासपुर जनसुनवाई केंद्र भी बन गया है। शहर से लेकर गांव की समस्याएं लेकर लोग पहुंच रहे हैं और उसके समाधान का आश्वासन भी मिल रहा है। फूलपुर के व्यापारियों ने गुरुवार को अंडरपास निर्माण के लिए ज्ञापन दिया, तो सांसद ने तुरंत रेल मंत्री को इसके लिए पत्र भी भेज दिया।
इससे पहले भी इथोपिया में फंसे युवकों की वापसी के लिए विदेश मंत्री को पत्र भेज चुके हैं। व्यापार मंडल फूलपुर के अध्यक्ष अजय जायसवाल के नेतृत्व में किशुनदासपुर पहुंचकर व्यापारियों ने बताया कि वर्षों से शाहगंज-मऊ रेल मार्ग पर खोरासन रोड स्थित रेलवे फाटक के पास अंडरपास निर्माण की जरूरत महसूस की जा रही है। यह मार्ग महर्षि दुर्वासा धाम को भी जोड़ता है।