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आयुष्मान फर्जीवाड़ा :::..आखिरकार अरशद को कैसे मिला आइडी व पासवर्ड

आजमगढ़ आयुष्मान योजना के तहत जनपद के 26 अस्पतालों का चयन किया गया है। इनमें से नौ सरकारी अस्पताल शामिल हैं। इन्हीं सरकारी अस्पतालों पर ही आयुष्मान मित्र की तैनाती की गई है। इन्हीं आयुष्मान मित्रों को आइडी व पासवर्ड की जानकारी है। इसके बावजूद तीसरे व्यक्ति के पास कैसे आइडी व पासवर्ड पहुंच गया है। इसकी गहन जांच पड़ताल की जा रही है। जिला अस्पताल के आयुष्मान मित्र नितिन सिंह के आइडी व पासवर्ड से कितने गोल्डेन कार्ड बनवाएं गए हैं। इसके अलावा आठ अन्य आयुष्मान मित्र द्वारा कितने गोल्डेन कार्ड बनवाएं गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 05:31 PM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 05:31 PM (IST)
आयुष्मान फर्जीवाड़ा :::..आखिरकार अरशद को कैसे मिला आइडी व पासवर्ड
आयुष्मान फर्जीवाड़ा :::..आखिरकार अरशद को कैसे मिला आइडी व पासवर्ड

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आयुष्मान योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को इसका लाभ देने के लिए जनपद के 26 अस्पतालों का चयनित किया गया है। इसमें नौ सरकारी अस्पताल भी शामिल हैं। सरकारी अस्पतालों पर ही आयुष्मान मित्र की तैनाती की गई है। इन्हीं आयुष्मान मित्रों को आइडी व पासवर्ड की जानकारी है। इसके बावजूद तीसरे व्यक्ति के पास कैसे आइडी व पासवर्ड पहुंच गया है। इसकी गहन जांच पड़ताल की जा रही है। जिला अस्पताल के आयुष्मान मित्र नितिन सिंह के आइडी व पासवर्ड से कितने गोल्डेन कार्ड बनवाएं गए हैं। इसके अलावा आठ अन्य आयुष्मान मित्र द्वारा कितने गोल्डेन कार्ड बनवाएं गए हैं। इसका मिलान किया जा रहा है। फरिहां का अरशद जमाल किस आयुष्मान मित्र का आइडी व पासवर्ड यूज कर रहा था। इस पर भी गहनता से पड़ताल हो रही है। हालांकि चर्चा यहां तक चल रही है कि अरशद जमाल जिला अस्पताल के आयुष्मान मित्र नितिन सिंह का आइडी व पासवर्ड यूज करता था। कोई भी गोल्डेन कार्ड बनाने पर उसका ओटीपी मोबाइल पर जाता है। ऐसे में ओटीपी नंबर डालने के बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी हो पाती है। चूंकि अरशद जमाल व नितिन सिंह की सांठ-गांठ थी और इन्हीं की संलिप्तता से फर्जीवाड़े का कारोबार चल रहा था। अरशद के पास जो भी व्यक्ति गोल्डेन कार्ड बनवाने जाता था तो उसके नाम के व्यक्ति को उत्तर प्रदेश के किसी जनपद में ढूंढ लेता था। फिर उसी को ट्रेस करके गोल्डेन कार्ड बना रहा था। इसके मद में हजारों रुपये वसूलते थे।

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इन अस्पतालों में होता है उपचार

जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, सीएचसी फूलपुर, सीएचसी अतरौलिया, सीएचसी बिलरियागंज, मुबारकपुर, 100 बेड का संयुक्त हॉस्पिटल अतरौलिया, लालगंज संयुक्त हॉस्पिटल व मेडिकल कालेज चक्रपानपुर। प्राइवेट अस्पतालों में वेदांता हॉस्पिटल, रामा हॉस्पिटल नरौली, सीमा हॉस्पिटल अतरौलिया, आई केयर हॉस्पिटल करतालपुर, विद्या हॉस्पिटल सिधारी, खेतान हॉस्पिटल मुकेरीगंज, शारदा हॉस्पिटल, आनंद हॉस्पिटल, रहमान हॉस्पिटल हर्रा की चुंगी, सरोज हास्पिटल सिधारी, मातृ छाया हॉस्पिटल लालगंज, प्रकाश नर्सिंग होम सिविल लाइन, अरब नर्सिंग होम देवगांव, ग्लोबल हॉस्पिटल सिधारी, बासुदेई हॉस्पिटल सिविल लाइन आदि।


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