..और शुरू हो गई खंड-32 नहर की सिल्ट सफाई
फूलपुर तहसील क्षेत्र के खेमीपुर से दुर्वासा तक शारदा सहायक खंड 32 नहर की सफाई न होने से झाड़ियां उग गई हैं। काफी चौड़ी और गहरी नहर नाले में तब्दील होती जा रही है।
जासं, अंबारी (आजमगढ़) : फूलपुर तहसील क्षेत्र के खेमीपुर से दुर्वासा तक शारदा सहायक खंड 32 नहर की सफाई न होने से झाड़ियां उग गई हैं। काफी चौड़ी और गहरी नहर नाले में तब्दील होती जा रही है। इसके चलते इससे जुड़े दर्जनों माइनरों में टेल तक पानी नहीं पहुंच पाता है। इस खबर को दैनिक जागरण ने 'झाड़ियों ने बाधित किया शारदा सहायक नहर का प्रवाह' शीर्षक से तीन दिसंबर के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर का असर यह रहा कि सिचाई विभाग की तंद्रा टूटी और नहर की सिल्ट सफाई का कार्य शुरू हो गया। इसे देख किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। किसानों कहना है कि अगर खबर नहीं प्रकाशित होती तो शायद अभी तक नहरों की सफाई नहीं होती। इसे देख किसानों में यह उम्मीद बंधी है कि अब उनकी फसलों की सिचाई हो सकेगी। यह नहर खेमीपुर गांव से फूलपुर तहसील में प्रवेश करती है और दुर्वासा तक जाकर नदी में मिल जाती है। इस नहर से सैकड़ों गांवों के किसानों द्वारा फसलों की सिचाई की जाती है। इस मुख्य नहर से दर्जन भर से अधिक माइनर भी निकले हैं। क्षेत्र के किसानों के लिए सिचाई का मुख्य साधन यही नहर और इससे जुड़े माइनर हैं। विभागीय उदासीनता के चलते नहर दिन-प्रतिदिन सिकुड़ती चली जा रही है। नहर के किनारे उगने वाली झाड़ियां नहर में भी उग गई थी। इसके चलते नहर में पानी छोड़ने पर नहर कटकर या ओवरफ्लो होकर सैकड़ों बीघा फसलों को हर साल बर्बाद करती थी। अब नहर की सफाई होने से अब किसानों के खेतों तक पानी आराम से पहुंच जाएगा और किसान अपने फसलों की सिचाई कर सकेंगे। क्षेत्र के किसान शिवकुमार, मो. असलम, भोला यादव, जेपी यादव आदि का कहना है कि हर साल सफाई के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा कर दिया जाता है।