अजब मैथमेटिक्स, अंग्रेजी बीतने के बाद निकलेंगे अफसर
जागरण संवाददाता आजमगढ़ नकल विहीन परीक्षा का दावा और हकीकत में लंबा फासला। खुद जेडी भी इस बात का संकेत दे चुकी हैं यह कहकर कि कुछ व्यवस्थापक बाहर से भेजे गए शिक्षकों से कक्ष निरीक्षक का काम नहीं ले रहे हैं और उन्हें सचल दल में शामिल कर दिया जा रहा है अथवा एक ही कक्ष में दोनों को तैनात कर दिया जा रहा है। अब जरा प्रशासन की मैथमेटिक्स पर गौर करें तो तस्वीर थोड़ी और साफ हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : नकल विहीन परीक्षा का दावा और हकीकत में लंबा फासला। खुद जेडी भी इस बात का संकेत दे चुकी हैं यह कहकर कि कुछ व्यवस्थापक बाहर से भेजे गए शिक्षकों से कक्ष निरीक्षक का काम नहीं ले रहे हैं। उन्हें सचल दल में शामिल कर दिया जा रहा अथवा एक ही कक्ष में दोनों को तैनात कर दिया जा रहा है। अव्यवस्था की फेहरिस्त लंबी होने पर प्रशासन ने अपनी मैथमेटिक्स लगाई है। परीक्षा को पटरी पर लाने के लिए अफसरों को कमान सौंपी जाने लगी है।
हाईस्कूल की अंग्रेजी की परीक्षा बीत गई, जिसमें नकल की गुंजाइश काफी रहती है लेकिन तब उतनी सक्रियता नहीं दिखी। नकल का खेल भी उजागर हो गया। अब मैथ की परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए 32 मजिस्ट्रेटों को जिम्मेदारी दी गई है।
जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि अब तक 32 परीक्षा केंद्रों को संदिग्ध की श्रेणी में पाया गया है। इतनी ही संख्या में ऐसे परीक्षा केंद्र हैं जहां नेट काम नहीं कर रहा है। मुन्ना भाइयों के पकड़े जाने के बाद नकल कराने के दोषी मिले प्रबंधक पर एनएसए लगाए जाने के सवाल पर कहा कि किसी पर सीधे एनएसए नहीं लगाया जा सकता। हां, जमानत रोकने के लिए इसका प्रयोग किया सकता है। वैसे में इसके लिए गाइडलाइन बनी है। उसके अनुसार ही निर्णय लिया जा सकता है।