श्रीराम की कृपा से बनते हैं सब काम
आजमगढ़ : रेलवे स्टेशन स्थित दामोदर पैलेस में आयोजित श्रीराम कथा में तीसरे दिन गुरुवार को प्रवचन कहते हुए पंडित सीताराम नामशरण महराज ने कहा कि भक्ति से प्रभु ने नर¨सह का रूप धारणकर हिरणाकश्यप का अंत प्रहलाद रक्षा की थी।
जासं, आजमगढ़ : रेलवे स्टेशन स्थित दामोदर पैलेस में आयोजित श्रीराम कथा में तीसरे दिन गुरुवार को प्रवचन में पंडित सीताराम नामशरण महराज ने कहा कि भक्ति से प्रभु ने नर¨सह का रूप धारणकर हिरण्यकश्यप का अंत कर प्रहलाद की रक्षा की थी। ऐसे ही प्रभु श्रीराम की अराधना करते हुए लंका में राक्षसों का विनाश किया। उन्होंने कहा कि लंका की अधिष्ठात्री को ब्रह्मा जी ने लंबे समय तक राज करने को कहा था लेकिन उनको यह भी कहा था कि जब कभी लंका में वानर का प्रवेश करते समय परास्त कर दे तो समझ जाना कि राक्षकों का राज समाप्त होने वाला है। यह सब प्रभु श्रीराम की कृपा से हुई। सहयोग करने वालों में रामनयन चौरसिया, सुधा सिन्हा, कल्पनाथ, गोपाल, वीरेंद्र, सुधा, सुरेश, अविनाश, कांता आदि शामिल थे।